
जग्गो सिंह धाकड़
जयपुर। त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओें के नवसृजन और पुनर्गठन की प्रक्रिया के बीच सरपंच, प्रधान, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता जमीन तलाशने में लग गए हैं। इसके साथ ही नौकरी का सपना देखने वाले युवाओं को भी पंचायतीराज संस्थाओं में जल्द रिक्तियां निकलने की उम्मीद जगी है।
अनुमान के अनुसार पुनर्गठित संस्थाओं में अधिकारी-कर्मचारियों के करीब छह हजार पद सृजित होने की संभावना है। करीब 2500 नई ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव आए हैं। इन पर आपत्तियां ली जा रही हैं। जून माह में इन प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जाएगा। ऐसे में नई ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषदों के अनुसार पद सृजित होंगे। पुनर्गठन के बाद पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों की संख्या बढ़ जाएगी।
हर ग्राम पंचायत में एक ग्राम विकास अधिकारी और कनिष्ठ सहायक का पद सृजित होगा। ऐसे में ढाई हजार नई ग्राम पंचायतें बनने पर ग्राम पंचायतों में ही 5 हजार पद सृजित करने होंगे। वहीं 8 नई जिला परिषदों का गठन होगा। हर जिला परिषद में औसत 13 अधिकारियों के अलावा अन्य कर्मचारियों के पद सृजित करने होंगे। पंचायत समितियों में औसत 6 अधिकारियों के अलावा अन्य कर्मचारियों के पद सृजित करने होंगे। करीब 100 नई पंचायत समितियों का गठन प्रस्तावित है। इस तरह सभी नई पंचायतीराज संस्थाओं में करीब 6 हजार पद सृजित होने का अनुमान है।
नई और पुनर्गठित पंचायतीराज संस्थाओं के प्रस्तावों पर जिला कलक्टर के स्तर पर आपत्तियां ली जा रही हैं। नई संस्थाओं का गठन होने पर नए पद भी सृजित होंगे। ऐसे में युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
-मदन दिलावर, पंचायतीराज मंत्री
Updated on:
14 Apr 2025 08:02 am
Published on:
14 Apr 2025 07:50 am
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