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Good News: राजस्थान ने रचा इतिहास, देश में हासिल किया दूसरा स्थान

National Nutrition Month: जोधपुर, कोटा और बीकानेर बने अग्रणी जिले, 114 प्रतिशत उपलब्धि दर से चमका राजस्थान।

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Oct 24, 2025

Rajasthan Nutrition Month 2025: जयपुर। राष्ट्रीय पोषण माह 2025 में राजस्थान ने देशभर में शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रभावी क्रियान्वयन, जिला प्रशासन के समन्वित प्रयासों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की निष्ठा के कारण राज्य ने यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की।

उपमुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री दिया कुमारी ने इस सफलता पर विभाग को बधाई दी और कहा कि राजस्थान ने लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार किया है। राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पहले स्थान पर रहने के बाद, इस बार राष्ट्रीय पोषण माह 2025 में भी राज्य ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देशभर में अपनी पहचान मजबूत की है।

महिला एवं बाल विकास शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने बताया कि उपमुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में विभाग की सटीक रणनीति और टीम भावना के चलते राज्य ने निर्धारित 81,01,730 लक्ष्यों के मुकाबले 88,93,346 उपलब्धियाँ दर्ज कीं। इस तरह राजस्थान की कुल उपलब्धि दर 114.12 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि यह सफलता राज्य के 41 जिलों और 62,321 आंगनबाड़ी केंद्रों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। राष्ट्रीय स्तर पर गुजरात 115.74 प्रतिशत के साथ प्रथम, राजस्थान 114.12 प्रतिशत के साथ द्वितीय और छत्तीसगढ़ 108.30 प्रतिशत के साथ तृतीय स्थान पर रहा।

निदेशक आईसीडीएस वासुदेव मालावत ने कहा कि आगामी महीनों में पोषण से जुड़ी गतिविधियों को और प्रभावी बनाया जाएगा ताकि राजस्थान कुपोषण मुक्त राज्य बनकर देश में उदाहरण प्रस्तुत कर सके। पोषण माह 2025 के दौरान राज्यभर में जागरूकता कार्यक्रम, सामुदायिक सहभागिता, गृह भ्रमण, पौष्टिक आहार वितरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य परामर्श जैसी विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं।

इस वर्ष की प्रमुख थीम्स में मोटापे की समस्या का समाधान, चीनी और तेल का सेवन कम करना, प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा, शिशु आहार के तरीकों पर ध्यान, तथा पुरुषों की भागीदारी को बढ़ावा देना शामिल रहा। साथ ही “वोकल फॉर लोकल” और डिजिटलीकरण पर विशेष जोर दिया गया।

राजस्थान के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिलों में जोधपुर, कोटा, बीकानेर, चूरू और हनुमानगढ़ शामिल रहे। जोधपुर जिले ने 134.98 प्रतिशत की उत्कृष्ट उपलब्धि दर्ज की, जबकि अन्य जिलों ने भी 125 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल किए।

महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस सफलता में योगदान देने वाले सभी अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और स्थानीय समुदायों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि “सुपोषित भारत, स्वस्थ भारत” के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।