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CG News: देश का सबसे बड़ा सरेंडर अब बस्तर के नाम, चंद्रबाबू नायडू पर हमले के मास्टरमाइंड ने किया आत्मसमर्पण

CG News: सरेंडर करने वाले नक्सलियों के हाथों में संविधान की प्रति थी। आदिवासी समाज की ओर से मांझी-चालकी और पुजारियों ने सभी को गुलाब का फूल देकर शांति की राह पर स्वागत किया।

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CG News: देश का सबसे बड़ा सरेंडर अब बस्तर के नाम, चंद्रबाबू नायडू पर हमले के मास्टरमाइंड ने किया आत्मसमर्पण

CG News: देश के सबसे बड़े सरेंडर का रेकॉर्ड अब बस्तर के नाम है। ऐसा इसलिए क्योंकि बस्तर में तेजी से सिमटते नक्सलवाद के बीच शुक्रवार को रेकॉर्ड 210 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वालों में सेंट्रल कमेटी मेंबर और सीसी प्रवक्ता रूपेश भी शामिल था। तेलुगू कैडर से ताल्लुक रखने वाले रूपेश की अगुवाई में ही करीब 150 नक्सलियों ने माड़ पर अपनी पकड़ छोडक़र वापसी की है।

जगदलपुर के पुलिस लाइन में पुलिस, सीआरपीएफ और बीएसएफ के आला अधिकारियों की मौजूदगी में सभी ने हथियार जमीन पर रखकर सरेंडर किया। सरेंडर करने वाले नक्सलियों के हाथों में संविधान की प्रति थी। आदिवासी समाज की ओर से मांझी-चालकी और पुजारियों ने सभी को गुलाब का फूल देकर शांति की राह पर स्वागत किया।

दरअसल सरेंडर मंच पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय शर्मा के पहुंचने की चर्चा थी पर ऐन वक्त पर उनका कार्यक्रम बदल गया। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम विजय शर्मा, अरुण साव पुलिस कॉर्डिनेशन सेंटर पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए समर्पण को पुनर्वास से नया जीवन निरूपित किया। इससे पहले उन्होंने पुलिस लाइन में ही मीडिया की गैरमौजूदगी में समर्पण करने वालों से बात की। उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है। उन्हें पुनर्वास में पूरा सहयोग मिलेगा।

चंद्रबाबू नायडू पर हमले के मास्टरमाइंड रूपेश ने किया सरेंडर

शुक्रवार को जगदलपुर में हुए नक्सलियों के समर्पण में नक्सली नेता टी वासुदेव राव उर्फ सतीश उर्फ रूपेश भी शामिल है वह आंध्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू पर हुए जानलेवा हमले का मुख्य आरोपी है। 1 अक्टूबर 2003 को तिरुपति के नजदीक अलिपिरी घाट में नक्सलियों चंद्रबाबू नायडू की कार को बारूदी विस्फोट से उड़ा दिया था जिससे उन्हें हाथ, पैर और कंधे में चोट आई थी। इस हमले का मास्टर माइंड रुपेश ही था। तब से वह बस्तर में ही सक्रिय है।

रुपेश के साथ माड़ और कांकेर के नक्सलियों का समर्पण

मुख्यधारा में लौटने वाले प्रमुख नक्सल लीडर में सीसीएम रूपेश उर्फ सतीश, डीकेएसजेडसी सदस्य भास्कर उर्फ राजमन मांडवी, रनीता, राजू सलाम, धन्नू वेत्ती उर्फ संतू, आरसीएम रतन एलम सहित कई वांछित और इनामी कैडर शामिल हैं। राजू और राजमन ने दो दिन पहले कांकेर के भानुप्रतापपुर में सरेंडर किया था। उनके साथ 50 नक्सली आए थे। वहीं रूपेश के साथ अबूझमाड़ में सक्रिय 160 नक्सली आए हैं।

पीएम बोले- माओवादी प्रभावित जिले 125 से सिमटकर 11 मोदी की गारंटी- नक्सलवाद मुक्त बनने जा रहा भारत

पी एम मोदी ने एक न्यूज चैनल के कॉन्क्लेव में बस्तर को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने गारंटी दी कि भारत से नक्सलवाद जल्द खत्म होगा। उन्होंने कहा कि 75 घंटे में 303 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। देश में अब केवल 11 जिले नक्सल प्रभावित हैं। इनमे से भी तीन जिले अति माओवाद प्रभावित हैं। किसी जमाने में बस्तर में 303 चलता था अब वह सरेंडर हो रहे हैं पहले बस्तर लाल आतंक का गढ़ था, आज वहां बस्तर ओलंपिक का आयोजन होता है। इस बार वहां के लोग शांति के साथ दीवाली देखेंगे।

पीएम मोदी ने देश में बढ़ते नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के पीछे कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि कांग्रेस के शासन में अर्बन नक्सल का इकोसिस्टम हावी था। नक्सल आतंक की कोई भी घटना देश के लोगों तक न पहुंचे उसके लिए उनका पूरा इकोसिस्टम था। देश में आतंकवाद की चर्चा होती थी। आर्टिकल 370 पर डिबेट होती थी, लेकिन कांग्रेस के राज में पनपे अर्बन नक्सल ऐसी संस्थाओं पर कब्जा जमा कर बैठे थे जो नक्सलवाद की घटनाओं पर पर्दा डालने का काम करते थे।

पीएम मोदी ने कहा कि॒ नक्सल आतंक की वजह से देश ने नौजवानों को खोया। नक्सली स्कूल, अस्पताल नहीं बनाने देते थे। जो बने हुए थे उनको बम से उड़ा दिया जाता था। विकास की रोशनी से देश का एक बड़ा हिस्सा वंचित रहा। इसका नुकसान दलितों, आदिवासियों, गरीबों को उठाना पड़ा। मैं देश के नौजवानों को इस हाल मे नहीं छोड़ सकता था। मैं उन माताओं को जानता हूं जिन्होंने अपने लाल खोए. उन मातओं की अपने लाल से आशा थी। पीएम ने कहा कि बस्तर अब तेजी से बदल रहा है।

सरकार के पुनर्वास से जुड़े भटके हुए हमारे लोग: सीएम साय

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जगदलपुर में प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह समर्पण नहीं पुनर्वास का मंच है। उन्होंने कहा कि आज बस्तर में इतिहास रच दिया गया है। हमारे भटके हुए लोग अब मुख्यधारा में आ चुके हैं। आज सभी लोग गांधी जी की अहिंसा और हमारी पुनर्वास नीति से जुड़ चुके हैं। उनका जीवन बदलेगा।

हमारी सरकार की नीति इस पर काम करेगी। हमने सतत अध्ययन कर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बेहतर से बेहतर पुनर्वास नीति तैयार की। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ जब 210 से ज्यादा लोगों ने एक साथ आत्मसमर्पण किया हो, यह सब हमारी सरकार की पुनर्वास नीति से संभव हो रहा है।

समर्पित नक्सलियों का यह था ओहदा सीसीएम 01 कैडरडीकेएसजेडसी 04 कैडररीजनल कमेटी मेंबर 01 डिवीसीएम 21 एसीएम 61 पार्टी मेंबर 98 पीएलजीए 24

आधुनिक हथियार

ए के 47 -19

एस एल आर -17

इंसास -23

एल एम जी -01

303 -36

कार्बइन -04

बीजीएल लॉन्चर -11

12 बोर -41

पिस्टल -01

कुल 153

कुल: 210 112 महिलाएं 98 पुरुष