CG News: बीते 24 घंटे में नक्सल सरेंडर के सारे रिकॉर्ड टूट गए। महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़ तक 138 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वालों में सबसे बड़ा नाम नक्सलियों के पोलित ब्यूरो मेंबर भूपति उर्फ सोनू दादा का है। सोनू ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के के सामने सरेंडर किया। उसके सरेंडर की खबर एक दिन पहले मंगलवार को ही सामने आ गई थी।
पूर्व सूचना के अनुसार ही उसने अपने 60 साथियों के साथ सरेंडर किया। इन सभी पर करीब 7 करोड़ का इनाम घोषित है। इसी तरह बुधवार को बस्तर के कांकेर जिले के अंतागढ़ में 50 और सुकमा में 27 नक्सलियों ने सरेंडर किया। इन सभी के सरेंडर की तैयारी पिछले कुछ वक्त से चल रही थी। नक्सल इतिहास में पहली बार नक्सलियों को इतना बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र से बस्तर तक संगठन तेजी से बिखरता दिख रहा है। तीन जगहों पर हुए सरेंडर में सबसे खास सरेंडर सोनू का रहा है क्योंकि उसने हथियारों के साथ हिंसा छोड़ी है।
देश की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देने वाला नक्सलवाद अब हर मोर्चे पर अपने अंतिम दौर से गुजर रहा है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त भारत का हमारा संकल्प अवश्य पूरा होगा। -विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
सोनू दादा के गढ़चिरौली में सरेंडर की खबर मंगलवार को ही आ गई थी, लेकिन बताया जा रहा है कि वह सीएम देवेंद्र फणनवीस के सामने सरेंडर करना चाहता था। सीएम फणनवीस मंगलवार को गढ़चिरौली नहीं पहुंच पाए थे। ऐसे में एक दिन की देरी के साथ सोनू और उसके 60 साथियों का सरेंडर दिखाया गया। समारोहपूर्वक सभी दुर्दांत नक्सलियों की पीठ थपथपाते हुए मुख्य धारा में वापसी करवाई गई। एक-एक नक्सली को सीएम फणनवीस ने प्रोत्साहन राशि का चेक और संविधान की प्रति सौंपी। लंबे समय तक अबूझमाड़ के जंगल में सक्रिय रहे सोनू के महाराष्ट्र जाकर सरेंडर करने पर भी सवाल उठ रहे हैं।
कांकेर के भानुप्रतापपुर में 50 और सुकमा में 27 ने किया समर्पण
सुकमा पुलिस के समक्ष 50 लाख के इनामी 27 सक्रिय नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। पीएलजीए बटालियन नंबर 1 में सक्रिय 2 हार्डकोर नक्सलियों सहित अन्य क्षेत्रों में सक्रिय नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। 10 महिला सहित 17 पुरुष नक्सलियों ने हिंसा छोड़ी है। पुनर्वास नीति के तहत सभी को 50-50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि सौंपी गई। एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि अंदरूनी इलाकों में चलाए जा रहे ऑपरेशन का नतीजा है नक्सलियों ने सरेंडर किया। उन्होंने कहा कि संगठन की स्थिति काफी खराब है, कई नक्सली आत्मसमर्पण करने के लिए हमारे संपर्क में है।
कांकेर के भानुप्रतापपुर में एसजेडसीएम स्तर के दो बड़े कमांडर ने अन्य 48 नक्सलियों के साथ सरेंडर किया। राजमन उर्फ राजमन मंडावी एसजेडसीएम और राजू सलाम एसजेडसीएम ने कांकेर के कामतेड़ा बीएसएफ कैंप में सरेंडर किया। उनके साथ बाकी नक्सलियों को बस से कैंप तक लाया गया। सरेंडर करने वालों में 32 महिला और 18 पुरुष हैं। सभी हथियार भी साथ लेकर आए।
Updated on:
16 Oct 2025 11:39 am
Published on:
16 Oct 2025 11:38 am
बड़ी खबरें
View Allजगदलपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग