
(सोर्स: सोशल मीडिया)
MP News: एमपी के जबलपुर शहर में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वीरांगना रानी दुर्गावती स्मारक और संग्रहालय परियोजना के लिए भूमि तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके पहले चरण में आइसीएमआर के सामने स्थित क्षेत्र में रहने वाले 120 परिवारों को पुनर्वासित किया जाएगा।
इन परिवारों के लिए नए आवास की व्यवस्था की जाएगी। यह कदम स्मारक और संग्रहालय निर्माण के लिए आवश्यक भूमि खाली करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
जानकारी के अनुसार पहाड़ी के बाकी 1680 चिन्हित अतिक्रमण हटाने में प्रशासन को समय लगेगा। नई पॉलिसी के अनुसार अब पुनर्वास में हर विस्थापित परिवार को प्लॉट के अलग-अलग पट्टे नहीं दिए जाएंगे, बल्कि बहुमंजिला अपार्टमेंट बनाकर परिवारों को शिफ्ट किया जाएगा। पहाड़ी में आईसीएमआर के सामने से लेकर बाजनामठ तक बड़े भूखंड में अतिक्रमण है। यहां दो-तीन कमरे के मकान से लेकर कई मंजिला तक भवनों का निर्माण किया गया है।
बरसात के दिनों में पहाड़ी में भू स्खलन होने पर अक्सर इस क्षेत्र में दुर्घटना का खतरा बना रहता है। हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रशासन की संयुक्त टीम देवताल, चौहानी, सूपाताल, किला छोर, गढ़ा थाना से लेकर बद्रीनारायण मंदिर के समीप तक पहाड़ी पर से अवैध निर्माण हटा चुकी है।
मदनमहल पहाड़ी पर बाकी बचे अतिक्रमण हटाने का काम दो चरणों में होगा। पहले चरण में रानी दुर्गावती स्मारक निर्माण के लिए आईसीएमआर के सामने चिन्हित जमीन से सवा सौ के लगभग परिवारों का विस्थापन व उनके पुनर्वास की व्यवस्था कराई जाएगी। अनुराग सिंह, एसडीएम, गोरखपुर
स्मारक में प्रवेश द्वार, संग्रहालय, केंद्रीय प्रांगण, रानी दुर्गावती की विशाल प्रतिमा का निर्माण होना है। इसके साथ ही ओपन एयर थियेटर, कला और शिल्पजोन, पर्यटकों के लिए फूड जोन, कैफेटेरिया होगा। इसके साथ ही जल संरक्षण संरचनाएं विकसित की जाएंगी। इसके अलावा सौ कार व टू वीलर की पार्किंग सुविधा होगी। संग्रहालय का वास्तुशिल्प डिजाइन, स्थानीय, गोंडवाना वास्तुकला से प्रेरित होगा।
Published on:
24 Oct 2025 04:11 pm
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