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Cancer Test Kit: एम्स ने बनाई 100 रुपये की कैंसर किट, 2 घंटे में चल जाएगा Cancer का पता

Cancer Test Kit: एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों ने 100 रुपये की सस्ती डायग्नोस्टिक किट बनाई है, जो सिर्फ 2 घंटे में सर्वाइकल कैंसर का पता लगा सकती है। जानें इस किट की खासियत, कीमत और महिलाओं के लिए फायदे।

2 min read

भारत

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Dimple Yadav

Aug 27, 2025

cervical-cancer

cervical-cancer (photo- freepik)

Cancer Test Kit: भारत में महिलाओं के बीच सबसे घातक बीमारी सर्वाइकल कैंसर को माना जाता है। अक्सर यह बीमारी लोगों को देर से समझ आती है क्योंकि इसके टेस्ट महंगे और समय लेने वाले होते हैं। लेकिन अब एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने ऐसी डायग्नोस्टिक किट बनाई है, जो सिर्फ 100 रुपये में और 2 घंटे के भीतर सर्वाइकल कैंसर का पता लगा सकती है। तो आइए जानते हैं इसकी खासियत।

क्या है इस किट की खासियत?

अब तक कैंसर की जांच के लिए लाखों रुपये की मशीनों की ज़रूरत पड़ती थी और रिपोर्ट आने में कई दिन लग जाते थे। लेकिन यह नई नैनो टेक्नोलॉजी आधारित किट बहुत ही आसान है। न तो बड़ी मशीनों की जरूरत है और न ही लंबा इंतजार। खास बात यह है कि इसकी कीमत बहुत कम रखी गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इसका फायदा उठा सकें।

किसने बनाया यह टेस्ट?

इस किट को बनाने में एम्स के कई डॉक्टरों और रिसर्चर्स की टीम शामिल रही। इसमें एनाटॉमी विभाग के प्रोफेसर डॉ. सुभाष चंद्र यादव, स्त्री रोग विभाग की पूर्व प्रमुख डॉ. नीरजा भटला, और शोधकर्ताओं ज्योति मीणा, शिखा चौधरी और प्रणय तंवर का योगदान रहा। टीम ने बताया कि इस किट का 400 मरीजों पर ट्रायल किया गया और इसमें 100% सटीकता देखने को मिली।

क्यों है खास?

एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि पहले जो टेस्ट प्राइवेट अस्पतालों में लगभग 6,000 रुपये का होता था, वहीं एम्स जैसे सरकारी संस्थान में भी उसकी लागत 2,000–3,000 रुपये पड़ती थी। लेकिन अब यह टेस्ट सिर्फ 100 रुपये में संभव हो सकेगा। यही नहीं, इसे राष्ट्रीय जैव उद्यमिता प्रतियोगिता 2025 में देश का सबसे अच्छा नवाचार भी घोषित किया गया है।

कौन कर पाएगा इसका इस्तेमाल?

डॉक्टरों के अनुसार, यह किट इतनी आसान है कि इसे डॉक्टर, नर्स और आशा कार्यकर्ता भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे खासतौर पर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को बहुत राहत मिलेगी, जहां महंगे टेस्ट कराना और समय पर इलाज करवाना मुश्किल होता है। हालांकि, अभी यह किट स्व-परीक्षण (Self Test) के लिए उपलब्ध नहीं है।

क्यों जरूरी है यह किट?

भारत में हर साल हजारों महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से अपनी जान गंवाती हैं। समय पर जांच और इलाज से इस बीमारी को रोका जा सकता है। इस नई किट से जल्द और सस्ती जांच संभव होगी, जिससे कई महिलाओं की जिंदगी बचाई जा सकेगी।