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“दलित याद आते हैं जब सत्ता जाती है…” – संजय निषाद का इशारा किस ओर? जानिए पूरा बयान

संजय निषाद ने सपा पर ऐसा निशाना साधा कि मंच पर मौजूद लोग भी चौंक गए। आखिर क्यों कहा कि "सपा को जनता नहीं, सिर्फ सैफई चाहिए"? पूरी कहानी अंदर…

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Firzabad

संजय निषाद फाइल फोटो सोर्स निषाद राज पार्टी

फिरोजाबाद में शुक्रवार देर रात उत्तर प्रदेश के मत्स्य मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा को जब सत्ता नहीं मिलती। तभी उसे दलित और अल्पसंख्यक समुदाय याद आते हैं। लेकिन जैसे ही कुर्सी मिलती है। उसकी नीतियां सैफई तक सिमट जाती हैं। जनता, गरीब और पिछड़े वर्ग सपा की प्राथमिकता में कभी नहीं रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि समाज को जोड़ने के बजाय सपा ने हमेशा उसे बांटने का काम किया है।

संजय निषाद फिरोजाबाद के चंद्रवार घाट पर आयोजित रिवर रैंचिंग कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत यमुना नदी में करीब दो लाख मछलियां छोड़ीं। घाट पर पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल मछलियां छोड़ने का आयोजन नहीं, बल्कि मछुआरा समाज को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।

मछुआरा समुदाय के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया

मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं ने मछुआरा समुदाय के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। अब मछुआरों को सीधे उनके बैंक खातों में आर्थिक सहायता मिल रही है। जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि रिवर रैंचिंग से नदियों में मछलियों की संख्या और प्रजातियों का संरक्षण होगा। जिससे जल की गुणवत्ता भी सुधरेगी। जैव विविधता सुरक्षित रहेगी। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपनिदेशक मत्स्य डॉ. हरेंद्र प्रसाद, मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव सिंह, मत्स्य निरीक्षक कौशलेंद्र प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, ग्रामीण और मछुआरे उपस्थित रहे।