
70 महिलाएं लें रहीं राजमिस्त्री की ट्रेनिंग(photo-patrika)
PM Awas Yojana: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में राजमिस्त्री के काम पर आमतौर पर पुरूषों का आधिपत्य रहा है, लेकिन अब जिले की महिलाएं भी इसमें हाथ आजमाएंगी। इसके लिए जिला पंचायत द्वारा 35 महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
30 दिन के प्रशिक्षण के बाद इन महिलाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना के कामों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए इन महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक सहायता सुलभ कराई जाएगी, बल्कि राजमिस्त्री के काम के लिए जरूरी टूल भी उपलब्ध कराया जाएगा।
जिला पंचायत से मिली जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत दुर्ग के ग्राम पंचायत पऊवारा में इन 35 महिलाओं को 30 दिवसीय रूरल मेसन (राजमिस्त्री) का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत करगाडीह में भी 35 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा है।
ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण आवास निर्माण के लिए प्रशिक्षित राजमिस्त्री की उपलब्धता के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में महिलाओं को ईंट-पत्थर की चिनाई, प्लास्टरिंग, फर्श व टाइल बिछाना, वॉटर प्रुफिंग, छत ढलाई, कांक्रीट मिश्रण तैयार करने के साथ निर्माण कार्य से संबंधित सुरक्षा मानकों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
यह प्रशिक्षण महिलाओं को तकनीकी दक्षता प्रदान कर स्वावलंबन व स्वरोजगार से जोड़ने के मकसद से किया जा रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में कुशल श्रमिकों की उपलब्धता बढ़ेगी। जिससे आवास निर्माण की गुणवत्ता व गति दोनों में सुधार होगा। यह न केवल योजनाओं को मजबूती देगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और समानजनक आजीविका के अवसर भी प्रदान करेगा।
महिलाओं को 30 दिन तक मुत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान सभी प्रशिक्षणार्थियों को भोजन की सुविधा भी मुहैया कराई जा रही है। सभी को मुत यूनिफार्म व टूल किट भी प्रदान किया जाएगा।
प्रशिक्षण समाप्ति के बाद महिलाओं को आवश्यकता अनुसार पीएम आवास के काम से जोड़कर रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा। दोनों जगहों पर मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
Updated on:
26 Oct 2025 12:05 pm
Published on:
26 Oct 2025 12:04 pm
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