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CG News: रियल एस्टेट रजिस्ट्री में गिरावट, दिवाली पर 150-200 के बजाय केवल 70-90 दस्तावेज़ दर्ज

CG News: दुर्ग जिले में दिवाली में सामान्य तौर पर रियल एस्टेट कारोबार में बूम की स्थिति रहती है, लेकिन इस बार कारोबार मंदा चल रहा है।

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CG News: रियल एस्टेट रजिस्ट्री में गिरावट, दिवाली पर 150-200 के बजाय केवल 70-90 दस्तावेज़ दर्ज(photo-patrika)

CG News: रियल एस्टेट रजिस्ट्री में गिरावट, दिवाली पर 150-200 के बजाय केवल 70-90 दस्तावेज़ दर्ज(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दिवाली में सामान्य तौर पर रियल एस्टेट कारोबार में बूम की स्थिति रहती है, लेकिन इस बार कारोबार मंदा चल रहा है। इसका कारण पांच डिसमिल से कम के प्लांट की रजिस्ट्री में बंदिश को बताया जा रहा है। बताया जा रहा है इससे पहले तक जिले में 150 से 200 दस्तावेजों का पंजीयन हो रहा था, लेकिन अब दिवाली के त्योहारी सीजन में भी महज 70 से 90 रजिस्ट्रियां हो रही हैं।

CG News: छोटे प्लॉटों की रजिस्ट्री कम

जिला पंजीयक कार्यालय के मुताबिक जमीन व भवन आदि के खरीदी बिक्री की रजिस्ट्री मे यह गिरावट 5 डिसमिल की बंदिश के बाद आई है। इससे पहले तक बकायदा दस्तावेज पंजीयन के लिए ऑनलाइन स्लॉट के लिए इंतजार करना पड़ता था। हालात यह था कि कई बार तो लोगों को स्लॉट नहीं मिलने के कारण कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है।

अब स्लॉट खाली चल रहे हैं और सीधे रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचकर पंजीयन जैसी स्थिति है। इससे पहले तक दिवाली व विशेष अवसरों पर अफसरों को दतर के समय के बाद भी रजिस्ट्री के लिए रुकना पड़ता था। खास अवसरों पर रजिस्ट्रियों की संख्या बढ़ती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। ऐसे अवसरों पर छोटे प्लाटों की रजिस्ट्री ज्यादा होती है। पांच डिसमिल में बंदिश के चलते यह स्थिति हो सकती है। उमीद है आगे संया बढ़ेगी।

प्रियंका श्रीरंगे, जिला पंजीयक दुर्ग

दिवाली अथवा ऐेसे खास अवसरों पर ज्यादातर रजिस्ट्रियां आवासीय मकसद के छोटे प्लाट व मकानों की होती है, लेकिन पांच डिसमिल के बंदिश से इस पर अंकुश लग गया है। इससे पहले तक पांच डिसमिल की बंदिश नहीं होने पर औसत 60 से 70 रजिस्ट्रियां छोटे प्लाटों की ही होती थीं।

दुर्ग-भिलाई में ही ज्यादातर रजिस्ट्री- पंजीयन कार्यालय के मुताबिक इस समय दुर्ग व भिलाई 3 और पाटन पंजीयन कार्यालय में ही ज्यादातर रजिस्ट्रियां हो रही हैं। इन कार्यालय 35 से 40 स्लॉट बुक हो रहे हैं। वहीं बोरी और धमधा में नहीं के बराबर रजिस्ट्रियां हैं। यहां औसत तीन से चार रजिस्ट्रियां कराई जा रही हैं।

दिवाली से ज्यादा नवरात्र में कारोबार

जिला पंजीयक प्रियंका श्रीरंगे ने बताया कि दिवाली की तुलना में नवरात्र में विशेषकर महा अष्टमी पर ज्यादा रजिस्ट्रियां कराई जाती हैं। इस बार भी दिवाली की तुलना में नवरात्र में ज्यादा रजिस्ट्रियां कराई गई हैं। इसके चलते अक्टूबर में रजिस्ट्रियों की संया संतोषजनक रही।

जिले में इस बार मौजूदा वित्तीय वर्ष में अब तक केवल 14 हजार 858 रजिस्ट्रियां ही की जा सकी हैं। यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में चार हजार 516 रजिस्ट्रियां कम हैं। इसी तरह पिछले महीने दो हजार 804 रजिस्ट्रियां की गई थी, जो कि पिछले साल की तुलना में 133 रजिस्ट्रियां कम रहीं।