स्वाति पटेल-उमंग रावल। फोटो पत्रिका
Motivational Story Of RAS Swati Patel : डूंगरपुर के युवा अपनी प्रतिभा के बूते क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। शिक्षक, डॉक्टर एवं इंजीनियरिंग सेवाओं के साथ ही अब यहां के युवा प्रशासनिक सेवाओं के लिए भी मेहनत से चयनित हो रहे हैं। इससे जिले का गौरव बढ़ रहा है।
नियमित अध्ययन पढ़ाई का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक निश्चित समय निर्धारित कर अध्ययन करना चाहिए। ये कहना है आरपीएससी की ओर से राजस्थान प्रशासनिक एवं अधिनस्थ सेवा संयुक्त प्रतियोगी (आरएएस) परीक्षा-2023 में टीएसपी क्षेत्र में 16वीं एवं राज्य में 1360वी रेंक हासिल करने वाली नादिया हाल सागवाड़ा, डूंगरपुर निवासी स्वाति पुत्री गजेन्द्र पटेल का।
स्वाति ने प्रारंभिक शिक्षा निजी विद्यालय से अर्जित करने के बाद तथा कक्षा 12 पुनर्वास कॉलोनी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से उत्तीर्ण की। बीएससी जयपुर एवं बीएड आसपुर से की थी। कक्षा 10 में 98.17 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में टॉपर रही। वहीं, कक्षा 12वीं विज्ञान वर्ग में 94 प्रतिशत एवं बीएससी में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। स्वाति को पद्माक्षी पुरस्कार एवं इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
स्वाति नीट की तैयारी के लिए एक वर्ष कोटा भी थी। पर, तबियत खराब होने पर बीएएसी कर प्रशासनिक तैयारी में जुट गई तथा प्रथम प्रयास में ही टीएसपी क्षेत्र में 16वीं रेंक प्राप्त की। स्वाति ने बताया कि माता विनिता भटेवरा राउमावि पंचवटी में अध्यापिका तथा पिता गजेन्द्र पटेल राउमावि चाडोली में वरिष्ठ अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। दोनों के उचित मार्गदर्शन मिलने से सफलता प्राप्त की।
स्वाति रोजाना 7 से 8 घण्टे नियमित अध्ययन करती थी। स्वाति ने युवाओं से एक लक्ष्य तय कर नियमित अध्ययन करने का आग्रह किया। स्वाति पटेल ने हाल ही में आए राजस्थान प्रशासनिक एवं अधिनस्थ सेवा संयुक्त प्रतियोगी (आरएएस) परीक्षा-2024 भी उत्तीर्ण कर ली है तथा अब साक्षात्कार की तैयारी में जुटी है। उसका ख्वाब है कि वरीयता सूची में टॉप करूं।
Motivational Story Of RAS Umang Rawal : पादरड़ी बड़ी के आरएएस 2023 की भर्ती में टीएसपी की 8वीं रैंक प्राप्त करने वाले उमंग पुत्र हर्षा प्रवीण रावल ने कहाकि लक्ष्य के प्रति कठोर परिश्रम और नियमित अध्ययन किया जाए, तो सफलता निश्चित मिलती है। उमंग के पिता द्वितीय श्रेणी शिक्षक हैं। वहीं, मां हर्षा शारीरिक शिक्षक है। बचपन से ही प्रतिभाशाली तथा प्रशासनिक सेवा का लक्ष्य लिए हुए उमंग ने 12वीं तक का अध्ययन निजी विद्यालयों में किया। बीएससी गणित, रसायन विज्ञान तथा भौतिक विज्ञान के साथ ही एमए दर्शनशास्त्र में किया।
सफलता का श्रेय ईश्वर और माता-पिता को दिया
उमंग ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर की कृपा एवं माता-पिता की प्रेरणा को दिया। उमंग ने बताया कि पांच वर्ष से यूपीएससी सेवा की तैयारी कर रहा हूं तथा नियमित आठ घंटे पढ़ाई की। इस दौरान आरएएस 2023 की परीक्षा दी और प्रथम प्रयास में ही सफलता प्राप्त की। इससे पूर्व 2018 में प्रयोगशाला सहायक की परीक्षा, 2021 में एसीएफ की परीक्षा में साक्षात्कार तक पहुंचा। वहीं, 4 बार यूपीएससी प्री-परीक्षा उत्तीर्ण की है। हाल ही में आरएएस 2024 में भी मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण की है। साक्षात्कार शेष है। उमंग ने बताया कि परीक्षा की तैयारी घर पर रहकर की है।
Published on:
18 Oct 2025 02:16 pm
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