नैनीताल में चूहों के आतंक से लोग परेशान हैं
Rat Terror:चूहों के आतंक से लोगों में भय का माहौल है। ये मामला उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटक स्थल नैनीताल का है। यहां पर लोग आवारा कुत्तों और बंदरों से पहले ही परेशान चल रहे हैं। अब यहां चूहों के आतंक ने लोगों की नींद हराम कर दी है। इस शहर में चूहों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है। चूहे बिल बनाकर जमीनों का खोखला कर रहे हैं। इससे मकानों और जमीनों में भू-स्खलन का खतरा भी पैदा हो रहा है। लोग लंबे समय से चूहों के आतंक से निजात दिलाने में मांग पर मुखर हैं। पिछले 10 माह के भीतर चूहे इस शहर में करीब 41 लोगों को काट चुके हैं। चूहों के काटने के बाद लोग स्थानीय अस्पताल में उपचार को उमड़ रहे हैं। चूहों के काटने की लगातार बढ़ रही घटनाओं से चिकित्सक भी हैरान हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस बढ़ती समस्या पर समय रहते काबू नहीं पाया गया तो ये बड़े भूस्खलन का कारण भी बन सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में चूहों की आबादी और उनके आकार में अप्रत्याशित विस्तार हो रहा है। अनुकूल वातावरण में अधिक प्रजनन करने, जीवन प्रत्याशा बेहतर होना भी इसका कारण माना जा रहा है। इनका आकार बढ़ने का कारण दो अलग-अलग प्रजाति के चूहों के बीच क्रास होना हो सकता है।
मामूली से दिखने वाले चूहे लोगों को बड़े घाव दे रहे हैं। नैनीताल में पिछले दस माह के भीतर चूहे 41 लोगों को काट चुके हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डा. एमएस दुग्ताल के मुताबिक चूहे के काटने पर अन्य जानवरों के काटने जैसा ही उपचार दिया जाता है। इसमें मरीज को टिटनेस और एंटी रेबीज टीके लगाए जाते हैं। चूहे के काटने से एलर्जी, तेज बुखार आने जैसे लक्षण दिखते हैं। यदि चूहा रैबीज संक्रमित हुआ तो रैबीज और प्लेग जैसी समस्या भी पैदा कर सकता है।
Updated on:
17 Oct 2025 12:25 pm
Published on:
17 Oct 2025 12:23 pm
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