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अंग्रेजों के जमाने के टाउनहाल का नहीं हो पाया जीर्णोद्धार

इससे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और पुरानी नगरपालिका के कामकाज की यादें जुड़ी हुई है। वर्ष 1902 में बनी इस इमारत को हेरिटेज संरक्षण की दृष्टि से 3.5 करोड़ रुपए की योजना बनाई गई थी। बजट के अभाव में इस पर ध्यान नहीं दिया गया है।

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शहर की एतेहासिक पुरातात्विक धरोहर टाउन हाल का जीर्णोद्धार नहीं हो पाया है। इससे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और पुरानी नगरपालिका के कामकाज की यादें जुड़ी हुई है। वर्ष 1902 में बनी इस इमारत को हेरिटेज संरक्षण की दृष्टि से 3.5 करोड़ रुपए की योजना बनाई गई थी। बजट के अभाव में इस पर ध्यान नहीं दिया गया है।
देखा जाए तो नगरपालिका से नगर निगम का इतिहास 153 साल पुराना है। छिंदवाड़ा नगर पालिका का गठन वर्ष 1867 में हुआ था। गठन के समय छिंदवाड़ा शहर की जनसंख्या 9736 के करीब थी। इस दौरान शहर में कुल 2393 आवास थे।नगरपालिका के अधिकार क्षेत्र में 738 एकड़ जमीन थी, जबकि 14 वार्ड थे। खास बात यह है कि छिंदवाड़ा जिला बाद में बना।


1903 में पारित हुआ था टाउन हाल का प्रस्ताव


वर्ष 1903 में नगर पालिका ने टाउन हॉल बनाने का प्रस्ताव पारित किया। तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर जेएस स्किनर ने उस समय शहर के विकास में रुचि दिखाई। उनके नाम पर टाउन हॉल का नाम रखा गया। टाउन हॉल का निर्माण 1906-07 में पूरा हुआ। भवन का उद्घाटन अंग्रेज अधिकारी की पत्नी ने किया था।


सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बना टाउनहाल


टाउनहाल में नगर पालिका कार्यालय संचालित होने लगा। बाद में नगर पालिका के यहां से स्थानांतरित होने के बाद टाउन हॉल छिंदवाड़ा शहर की सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बन गया। हीरालाल वर्मा नगर पालिका के पहले अध्यक्ष बने थे। उस समय नगर पालिका का कार्यकाल 3 वर्ष का होता था। एक अध्यक्ष के अलावा, दो उपाध्यक्ष भी होते थे।


निगम के गठन के बाद से शहर की बढ़ी आबादी


छिंदवाड़ा नगर निगम का गठन 5 सितंबर 2014 को हुआ था। इससे पहले नगरपालिका थी। निगम में कुल 48 वार्ड हैं। छिंदवाड़ा जिले का क्षेत्रफल 11815 वर्ग किलोमीटर है। इसकी कुल जनसंख्या 2,15,843 थी। इस समय यह 2.76 लाख मानी जा रही है।


वर्ष 2019 में बनी थी टाउनहाल की कार्ययोजना


टाउन हाल में जीर्णोद्धार की कार्ययोजना वर्ष 2019 में कमलनाथ सरकार के समय बनी थी। उस समय 3.50 करोड़ रुपए का प्रस्ताव था। सरकार गिर जाने पर इसे नहीं बनाया जा सका। इसे नगर निगम की पंच वर्षीय कार्ययोजना में शामिल किया गया। लेकिन उस पर काम नहीं किया जा सका है।


इनका कहना है…


टाउनहाल की जीर्णोद्धार की कार्ययोजना पर काम नहीं हो पाया है। भाजपा परिषद की कथनी और करनी के विरूद्ध आवाज उठाएंगे। इस पर आंदोलन भी करेंगे।
-सोनू मागो, नगर निगम अध्यक्ष
….
टाउन हाल की कार्यायोजना में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। यहां एक ईलाइब्रेरी बनाई जा रही है।
-विक्रम अहके, महापौर, नगर निगम