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9 ब्लैक स्पॉट में पांच सुधारे तो छतरपुर जिले में सडक़ दुर्घटनाओं में 45 प्रतिशत की आई कमी

सडक़ दुर्घटनाओं में कमी के पीछे मुख्य कारणों में ब्लैक स्पॉटों की पहचान और सुधार, यातायात नियमों के प्रति जागरूकता अभियान, वाहन चालकों की नियमित जांच और स्थानीय प्रशासन व पुलिस का सतत प्रयास शामिल हैं।

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traffic police station

यातायात थाना

जिले में सडक़ सुरक्षा सुधार अभियान के तहत लगातार उठाए गए कदमों के सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे हैं। पुलिस और स्थानीय प्रशासन की सक्रिय भागीदारी तथा सडक़ उपयोगकर्ताओं में बढ़ी जागरूकता के कारण 2025 के जून माह तक जिले में सडक़ दुर्घटनाओं में पिछले वर्षों की तुलना में लगभग 45 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। सडक़ दुर्घटनाओं में कमी के पीछे मुख्य कारणों में ब्लैक स्पॉटों की पहचान और सुधार, यातायात नियमों के प्रति जागरूकता अभियान, वाहन चालकों की नियमित जांच और स्थानीय प्रशासन व पुलिस का सतत प्रयास शामिल हैं।

ब्लैक स्पॉटों का आंकलन

जिले में कुल 9 प्रमुख ब्लैक स्पॉटों की पहचान की गई थी। इनमें से पांच ब्लैक स्पॉटों में इस वर्ष तक सुधार कार्य पूर्ण कर दिए गए हैं। शेष चार ब्लैक स्पॉटों में सुधार के लिए नवंबर माह में विस्तृत सर्वे और कार्ययोजना बनाई जाएगी। वर्ष 2024 में कुल तीन ब्लैक स्पॉट हटाए गए। इनमें बकस्वाहा थाना क्षेत्र का सैमरा पुल, गढ़ीमलहरा थाना क्षेत्र का अटरा सरकार और अलीपुरा थाना क्षेत्र का करारागंज बस स्टैंड शामिल हैं। वर्ष 2025 में बसारी तिराहा, गंज तिराहा और राजा पेट्रोल पंप अलीपुरा में भी ब्लैक स्पॉट हटाया गया। इन स्थानों पर सुधार और संकेतक व्यवस्था से दुर्घटना की संभावना कम की जा रही है।

सतत निरीक्षण और जागरूकता कार्यक्रम

थाना यातायात प्रभारी निरीक्षक बृहस्पति साकेत के नेतृत्व में यातायात पुलिस, आकस्मिक पुलिस सेवा डायल 100 और अन्य थानों की टीमें लगातार सडक़ सुरक्षा उपायों की निगरानी कर रही हैं। सडक़ पर सुधार कार्यों में संकेतक, गति नियंत्रक, दृश्यता बढ़ाने वाले उपाय और ब्लैक स्पॉट पर विशेष चेतावनी बोर्ड स्थापित किए गए हैं।

यातायात नियमों का पालन और प्रशिक्षण

बस, ऑटो, ई-रिक्शा और स्कूल बस चालकों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इसके अलावा 600 छात्रों को रोड सेफ्टी प्रमोटर के रूप में प्रशिक्षित किया गया, जिनमें से 60 छात्र ट्रैफिक वार्डन बनकर सक्रिय सहयोग कर रहे हैं।

मुख्य दुर्घटना कारणों पर नियंत्रण के प्रयास भी कर रहे

ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग और शराब पीकर वाहन चलाना मुख्य कारण पाए गए। इस पर नियंत्रण के लिए चालान, समन शुल्क वसूली और ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण की निरंतर कार्रवाई जारी है। नवंबर माह में शेष चार ब्लैक स्पॉटों का विस्तृत सर्वे कर सुधार कार्य किए जाएंगे। पुलिस और प्रशासन ब्लैक स्पॉट सुधार, सडक़ संकेतक और सडक़ उपयोगकर्ताओं में जागरूकता अभियान लगातार चलाकर दुर्घटनाओं में कमी और सुरक्षित सडक़ वातावरण सुनिश्चित करेंगे।

फैक्ट फाइल

जिले में हादसे व मौतें

वर्ष हादसे मौतें

2022 754 299

2023 830 325

2024 432 184

2025 237 92

ब्लैक स्पॉट पर हादसे और मौतें

वर्ष             दुर्घटनाओं की संख्या मृत्यु की संख्या

2023             41             12            

2024             38             10            

2025 (अक्टूबर तक) 27             8            

इनका कहना है

जिले में ब्लैक स्पॉट खत्म करने की कवायद लगातार जारी है। एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, एनएच के अधिकारियों के साथ मिलकर यातायात पुलिस काम कर रही है। शेष 4 ब्लैक स्पॉट खत्म करने का काम जारी है। साथ ही नए संभावित ब्लैक स्पॉट भी चिंहित कर रहे ताकि समय रहते सुधार किया जा सके।

बृहस्पिति साकेत, प्रभारी, यातायात थाना