
रिमझिम बारिश
जिले में गुरुवार को पूरे दिन रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। सुबह से ही आसमान बादलों से घिरा रहा और बीच-बीच में हल्की से मध्यम बारिश होती रही। इस बारिश ने जहां किसानों के चेहरों पर राहत की मुस्कान ला दी, वहीं दिनभर ठंडी हवाएं चलने से मौसम में ठंडक घुल गई। अचानक हुए इस बदलाव से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले 24 घंटे में भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा और छतरपुर सहित बुंदेलखंड के कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रह सकती है।
तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर सक्रिय चक्रवातीय तूफान मोंथा के कमजोर होकर गहरे अवदाब में परिवर्तित होने से प्रदेशभर में नमी का स्तर बढ़ गया है। इसके साथ ही पूर्वी विदर्भ और दक्षिण छत्तीसगढ़ क्षेत्र पर बना निम्न दबाव क्षेत्र मध्य प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। इन दोनों प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में बादल छाए हुए हैं और बारिश की स्थिति बनी हुई है।वहीं, दक्षिण हरियाणा और राजस्थान के ऊपर भी ऊपरी हवा का एक चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जिससे ठंडी हवाएं उत्तर से मध्य भारत की ओर बढ़ रही हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 3 नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जिससे प्रदेश में हल्की ठंड बढ़ सकती है।
कलेक्टर भू-अभिलेख कार्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, जिले में औसत 3.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
छतरपुर में 2.0 मिमी,लवकुशनगर में 2.0 मिमी,
बिजावर में 1.0 मिमी,नौगांव में 6.7 मिमी,
राजनगर में 3.8 मिमी,गौरिहार में 8.0 मिमी,
बड़ामलहरा में 2.3 मिमी,बकस्वाहा में 3.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई।जिले की कुल वर्षा 10,924.1 मिमी रही, जबकि गतवर्ष इसी अवधि तक 8205.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। यह आंकड़ा दर्शाता है कि इस वर्ष औसत से अधिक वर्षा हुई है।
मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों के लिए सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर वज्रपात व झोकोंदार हवाओं (30-40 किमी/घंटा) की चेतावनी जारी की है।इसके अलावा, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा, बुरहानपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, और पन्ना जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
इस बारिश से खेतों में नमी बढ़ने से रबी फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। खासकर गेहूं और चने की फसल के लिए यह वर्षा लाभकारी साबित हो सकती है। हालांकि, जिन खेतों में पहले से नमी अधिक है, वहां जलभराव से फसल नुकसान का खतरा भी बना हुआ है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे बारिश के दौरान खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें।
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना है, जिससे ठंड का आगाज जल्द हो सकता है।
Published on:
31 Oct 2025 10:44 am
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