होम लोन लेते समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। (Pixabay)
Home Loan Tips: अपना घर हर किसी का सपना होता है। लेकिन घर खरीदना काफी मुश्किल होता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में प्रॉपर्टी के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। ऐसे में अधिकतर लोन घर खरीदने के लिए होम लोन का सहारा लेते हैं। होम लोन आमतौर पर किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा कर्ज होता है। अगर आप नौकरीपेशा हैं और आप पर पहले से कोई दूसरे लोन नहीं है, तो आपको आसानी से होम लोन मिल सकता है। हालांकि, होम लोन लेते समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि ये बातें क्या हैं।
होम लोन लेते समय क्रेडिट स्कोर काफी महत्वपूर्ण होता है। बेसिक होम लोन के फाउंडर अतुल मोंगा ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया कि क्रेडिट स्कोर ही तय करता है कि आपको होम लोन मिलेगा या नहीं। मिला भी तो ब्याज दर कितनी किफायती होगी, यह भी काफी हद तक क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। मोंगा ने कहा, 'उन ग्राहकों को बैंक कम ब्याज दर ऑफर करते हैं, जिनका क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है। ग्राहकों को होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक कर लेनी चाहिए। अगर कोई गड़बड़ी है, तो उसे सुधारना चाहिए। आपकी कोई रकम बकाया है, तो उसे चुका दें।'
बैंक ग्राहक की सैलरी के 50 फीसदी तक रकम के बराबर ईएमआई वाला लोन दे देते हैं। लेकिन आपके पास पहले से कोई दूसरा लोन नहीं होना चाहिए। आजकल कर्ज मिलना इतना आसान हो गया है कि लोगों के पास कई लोन होते हैं। इससे डेट टू इनकम रेश्यो बिगड़ जाता है। अगर आप होम लोन लेने जा रहे हैं, तो पहले अपने दूसरे लोन चुकाने के बारे में सोचें। इससे आपको बड़ी रकम का होम लोन किफायती ब्याज दर पर मिल जाएगा।
मोंगा के अनुसार, बैंक घर की कीमत के 90 फीसदी तक की रकम का होम लोन दे देते हैं। लेकिन ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा डाउन पेमेंट देने की कोशिश करनी चाहिए। इससे भविष्य में आपके द्वारा चुकाए जाने वाले ब्याज की काफी सारी बचत हो जाएगी। ज्यादा डाउन पेमेंट देने से आपकी ईएमआई भी छोटी रकम की बनेगी और आप पर कर्ज का बोझ घट जाएगा।
फेस्टिव सीजन में इस समय कई बैंक आकर्षक ऑफर्स लेकर आए हैं। इन ऑफर्स में जीरो प्रोसेसिंग फीस और कम ब्याज दर शामिल है। लेकिन इन ऑफर्स के पीछे कुछ चार्जेज भी छिपे होते हैं। जैसे- साथ में बीमा लेना जरूरी, प्रीपेमेंट या फोरक्लोजर फीस, स्टेप अप ईएमआई आदि। इन सब चीजों का आपकी ईएमआई पर असर पड़ेगा। इसलिए ऑफर्स के लालच में आने से पहले नियम और शर्तों को पढ़ लें।
जीएसटी 2.0 में हुए सुधारों के बाद घर खरीदना किफायती हो गया है। जीएसटी सुधारों से डेवलपर्स के लिए कंस्ट्रक्शन की लागत घटी है। इससे अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट में प्राइस कम हुए हैं। घर खरीदने वालों को इससे फायदा हो रहा है।
Published on:
22 Oct 2025 04:36 pm
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