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10 साल से शहर की अंदरुनी सडक़ों का निर्माण नहीं, खस्ताहाल सडक़ों पर चलना मुश्किल

जनसमस्या बुरहानपुर से अमीर उद्दीन की विशेष रिपोर्ट । शहर की अंदरुनी सडक़ों एवं गलियों की स्थिति दयनीय है।सीवरेज और जलावर्धन योजना में खुदाई के बाद सडक़ों की सुरत बिगड़ गई।10 साल से वार्डाे में सडक़ों का निर्माण नहीं होने से खस्ताहाल सडक़ें पर चलना मुश्किल है।खासकर कीचड़, पानी जमा होने से वाहन चालक गिरकर […]

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potholes on the road

potholes on the road in burhanpur

जनसमस्या

बुरहानपुर से अमीर उद्दीन की विशेष रिपोर्ट । शहर की अंदरुनी सडक़ों एवं गलियों की स्थिति दयनीय है।सीवरेज और जलावर्धन योजना में खुदाई के बाद सडक़ों की सुरत बिगड़ गई।10 साल से वार्डाे में सडक़ों का निर्माण नहीं होने से खस्ताहाल सडक़ें पर चलना मुश्किल है।खासकर कीचड़, पानी जमा होने से वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे है। वार्ड पार्षदों से शिकायतें करने के बाद भी कोई समाधान नहीं हो रहा है। जिसका खामियाजा वाहन चालक और राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है।


पत्रिका टीम ने शहर के विभिन्न वार्डाे में पहुंचकर सडक़ों की स्थिति देखी।सडक़ों पर गढ्ढें, नुकीले पत्थरों के साथ कीचड़ और पानी से भरी सडक़े नजर आइ। वाहनों के गुजरने पर उडऩे वाले धूल के गुबार लोगों के लिए परेशानी का सबब बनन रही है। शहर के कई हिस्सों में सडक़ों की हालात बेहद खराब है। हालांकि निगम ने मुख्य सडक़ों का डामरीकरण जरूर कराया, लेकिन अंदरुनी सडक़ों का निर्माण अभी भी प्रस्ताव और कागजों तक ही सीमित है।सडक़ किनारे रहने वाले लोग और दुकानदार धूल से एलर्जी का शिकार हो रहे हैं। आंख में जलन, खुजली बढ़ रही है।

कहां पर क्या स्थिति, यह बोली जनता

लोहार मंडी । खंडवा रोड से शहर में अंदर प्रवेश करने वाला आलमगंज, लोहार मंडी रोड।निगम ने यहां पर स्वागत द्वार बना रखा है, लेकिन रोडपर गहरे गड्ढें होने के साथ कीचड़, पानी जमा होने से चलना मुश्किल है। लंबे समय से रोड निर्माण नहीं होने से हर दिन लोग गिरकर घायल हो रहे। दुकानदार जमील अहमद का कहना है कि रोड को लेकर हमारे द्वारा पार्षद से लेकर निगम में भी शिकायत की। अफसर आकर देखते है, लेकिन वापस लौटकर नहीं आते। यह रोड हाइवे को जोडऩे के साथ उद्योग नगर से लगा है, जिससे हर दिन सैडक़ों वाहन गुजरते है।

गड्ढों से गुजर रहे राहगीर, धूल से हम परेशान

बुधवारा रोड। हलकी बारिश होते ही इस रोड पर जलभराव की समस्या आम थी, लेकिन अब यह रोड गड्ढे वाली सडक़ से पहचाने जाने लगा है।मुख्य बाजार को जोडऩे वाला रोड होने के बाद भी लंबे समय से सडक़ का निर्माण नहीं हुआ। पहले सीवरेज, जलावर्धन अब नाला चैनलाइजेशन का कार्य होने से सडक़ पूरी तरह से खस्ताहाल हो गई।रहवासी कहते है कि इस सडक़ से गुजरना राहगीर एवं चालक चालकों के लिए मुश्किल हो गया। हम तो दिनभर उड़ रही धूल, मिट्टी और पत्थरों से से परेशान है, लंबे समय से सडक़ निर्माण की मांग कर रहे है।

गड्ढों से बिगड़ी इतवारा रोड की सुरत, उडकऱ लग रहे पत्थर

इतवारा गेट से आजाद नगर चौराहे तक रोड पर गड्ढें अधिक होने से सडक़ की सुरत बिगड़ गई। नाला चैनलाइजेशन के लिए बड़ी मशीनों से सडक़ की खुदाई करने के बाद दोबारा से मरम्मत नहीं की। आलम हैयह कि सडक़ से पत्थर निकल आए है जो दिनभर गुजर रहे वाहनों के टावरों से उडकऱ राहगीर और आसपास के दुकानदारों को लग रहे है। दुकानदार ने कहा कि रोडखराब होने से वाहन गिर रहे है।दो दिन पहले ही बाइक गिरने से एक महिला का हाथ फैक्चर हो गया। बारिश होते ही जलभराव से कीचड़ हो जाता है।इस रोड का निर्माण होना चाहिए।

सडक़ खुदाई के बाद दोबारा मरम्मत नहीं

शहर के खैराती बाजार की मुख्य सडक़ पर गड्ढें अधिक है।अंडा बाजार तक बीच सडक़ पर कही जगह चेंबर टूटे है तो कही जगहों पर जलावर्धन के कनेक्शन उखड़ गए। सीवरेज और जलावर्धन दोनों योजनाओं में सडक़ की खुदाई हुई,लेकिन दोबारा से मरम्मत नहीं होने से सडक़ों गड्ढें निकल आए है।वार्डवासी बताते है कि पहले सडक़ अच्छी थी, लेकिन खुदाई के बाद दोबारा से निर्माण नहीं हुआ तो सडक़ की हालत खस्ताहाल हो गई है।चेंबर के गड्ढें में पहिया जाने से कही बार वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे है।