वेतन पर संकट
बुरहानपुर. शासकीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक सरकारी फरमान की नाफरमानी कर रहे है। एक जुलाई से ई-अटेंडेंस की व्यवस्था लागू होने के बाद भी 90 फीसदी शिक्षक मोबाइल ऐप से ई-अटेंडेंस नहीं लगा रहे है।कर्मचारी संघ का विरोध बढऩे से अफसर पीछे हट गए। डीइओ की तरफ से अटेंडेंस लगाने के आदेश जारी किए गए है, जिसमें वेतन कटौती होने की संभावना जाहिर की गई है।
जिले में 1692 सरकारी शिक्षक विभिन्न स्कूलों में पढ़ाते है, लेकिन वर्तमान में महज 221 शिक्षकों ही मोबाइल ऐप से ई-अटेंडेंस लगा रहे है।प्रथम 25 दिन की रिपोर्ट के अनुसार 90 फीसदी शिक्षक विरोध में अटेंडेंस नहीं लगा रहे है। अधिकांश शिक्षकों ने एजुकेशन पोर्टल पर पंजीयन तो कर लिया फिर भी जानबूझकर उपयोग नहीं कर रहे।न ई व्यवस्था का शिक्षक संगठनों द्वारा भी लगातार विरोध दर्जकराया जा रहा है। कुछ शिक्षक तकनीकी दिक्कत आने का कारण भी बता रहे है। जिसमें आदिवासी बहुल क्षेत्र धूलकोट के शिक्षकों की तरफ से सर्वर एवं ऐप नहीं चलने की बात कही जा रही है।
शिक्षा विभाग के कुल 2465 अफसर, कर्मचारियों और शिक्षकों को हर माह लगभग 17 करोड़ रुपए वेतन का भुगतान हो है। बीडीओ में कुल 1156 अफसर, कर्मचारी है। जबकि 980 अध्यापक संवर्ग को मिलाकर कुल 11 करोड़ का वेतन मिल रहा है। जबकि बीइओ में कुल 1675 कर्मचारी है। जिसमें 1380 अध्यापक संवर्ग को मिलाकुर मिल 11 करोड़ का वेतन जारी किया जा रहा है।
Published on:
26 Jul 2025 05:34 pm