
लबान. चहिचा माइनर में भरा ढही दीवार का भरा मलबा।
लबान. टेल क्षेत्र की नहरों में रबी सीजन की फसलों के लिए गेहंू और सरसों की पिलाई की तैयारी में सिंचाई विभाग चम्बल परियोजना की नहरों में जल प्रवाह गुरुवार रात से ही शुरू कर दिया गया है, लेकिन नहरों की जमीनी स्थिति अब भी सुधार नहीं होने से किसानों की ङ्क्षचता बढ़ गई है। पिछले दिनों क्षेत्र में हुई अतिवर्षा के बाद नहरों के अंतिम छोर की माइनरों में मरम्मत और साफ-सफाई का काम अधूरा है। कई स्थानों पर दीवारें क्षतिग्रस्त हैं, जबकि कुछ जगहों पर झाड़-झंखाड़ और मिट्टी भर जाने से पानी के बहाव में रुकावट की आशंका है। इससे अंतिम छोर तक पानी पहुंचना मुश्किल हो सकता है।
मुख्य कैनाल पाटन ब्रांच में झपायता के पास दीवार क्षतिग्रस्त हो रही है तो वहीं लबान माइनर में एक्सप्रेस वे के समीप दीवार की मिट्टी कट चुकी है, जिससे रिसाव की स्थिति बन रही है। गुहाटा माइनर में भी लंबे समय से सफाई नहीं हुई है। नतीजतन, माइनर में झाडिय़ां और झाड़-झंखाड़ जमकर उग आए हैं। चहिचा माइनर में दीवार का मलबा भरा पड़ा है बड़ाखेड़ा माइनर में झाड़ उगे हुए है
चहिचा माइनर अध्यक्ष शम्भूदयाल मीणा, लबान सरपंच बुध्दि प्रकाश मीणा, किसान नेता रामावतार मीणा, कमरुद्दीन मेव पूर्व डायरेक्टर हेमराज मीणा, गुहाटा के किसान रामहेत मीणा का कहना है कि हर साल पानी छोड़े जाने से पहले माइनरों की सफाई और मरम्मत होती थी, लेकिन इस बार विभाग
की लापरवाही से यह कार्य अब तक नहीं हुआ। अगर समय रहते सुधार कार्यनहीं किए गए, तो नहरों के अंतिम छोर के किसान समय पर रबी फसलों की पिलाई से वंचित रह जाएंगे।
मनरेगा भीं नही चली
नहरी जल वितरण समितियों के वाटर मास्टर सुरेश बैरागी ने बताया कि विभाग ने स्थानीय पंचायतों से नहरों में साफ सफाई जंगल कङ्क्षटग के लिए मनरेगा से श्रमिकों की मांग की थी, लेकिन दीपावली के त्योहार व मनरेगा सॉप्टवेयर में तकनीकी बदलाव के चलते मजदूर उपलब्ध नहीं हो सके जिसके चलते नहरों की मरम्मत व जंगल कङ्क्षटग का कार्य नहीं हो पाया है।
टेल क्षेत्र में मनरेगा से मजदूर उपलब्ध नहीं होने की जानकारी मिली है। सम्बंधित सहायक अभियंताओं को आवश्यकता के अनुसार जेसीबी उपलब्ध करवा दी गई है। टेल की नहरों में कार्य शुरू करने के निर्देश दे दिए गए सभी जगहों पर मरम्मत व साफ सफाई करवा दी जाएगी।
नमोनारायण मीणा, अधिशासी अभियंता, सीएडी, केशवरायपाटन
विभाग की मशीन मिल चुकी है। आवश्यकता होने पर प्राइवेट मशीन से भी कार्य करवाया जाएगा। शनिवार से टेल में कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
विष्णु सैनी, कनिष्ठ अभियन्ता, सीएडी
Published on:
25 Oct 2025 12:19 pm
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