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घास भैरू महोत्सव : हिण्डोली, बड़ौदिया, ठीकरदा में कलाकारों ने दिखाए करतब

क्षेत्र के हिण्डोली कस्बे सहित ग्राम बड़ौदिया, ठीकरदा में गुरुवार को घास भैरू महोत्सव के आयोजन के दौरान कलाकारों द्वारा हैरतअंगेज करतबों का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। कस्बे में घाना का पाड़ा में सुबह से स्थानीय कलाकारों द्वारा विभिन्न कलाकृतियां सजाई गई रास्तों पर हास्य व्यंग्य के पुतले लगे

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घास भैरू महोत्सव : हिण्डोली, बड़ौदिया, ठीकरदा में कलाकारों ने दिखाए करतब

करतब दिखाता कलाकार।

हिण्डोली. क्षेत्र के हिण्डोली कस्बे सहित ग्राम बड़ौदिया, ठीकरदा में गुरुवार को घास भैरू महोत्सव के आयोजन के दौरान कलाकारों द्वारा हैरतअंगेज करतबों का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। कस्बे में घाना का पाड़ा में सुबह से स्थानीय कलाकारों द्वारा विभिन्न कलाकृतियां सजाई गई रास्तों पर हास्य व्यंग्य के पुतले लगे, जिन्हें देखकर दर्शक रोमांचित हो उठते हैं। यहां पर कलाकार स्टेज बनाकर डांस करते नजर आए। यहां पर शिव जटाओं से निकलता पानी भी कौतूहल का केंद्र रहा।
बड़ौदिया में घास भेरू महोत्सव का अनूठा आयोजन हुआ। यहां पर देर रात को पटेल, धोलासया व पटवारियान के बैलों की पूजा के बाद गांव के किसानों ने बैलों की पूजा अर्चना की। यहां पर सुबह से ही दर्शकों का आना शुरू हो गया। स्थानीय कलाकारों ने ढोल मजीरे की थाप पर घीचकडा निकाला। धीनधीन धीचकडा गाते नाचते हुए चल रहे थे। उसके बाद से यहां पर महोत्सव का आयोजन शुरू हो गया।
गांव में प्रवेश द्वार हाथीगजा पर विभिन्न कलाकृतियां सजी हुई थी, जो कलाकारों को हंसने पर मजबूर कर रही थी। यहां से अंदर जाने पर मंदिर के पास लटका हुआ भारी-भरकम पत्थर, अंदर मुख्य बाजार
में से लेकर कालाजी की बावड़ी सहित विभिन्न चौराहों पर हैरतअंगेज करतबों का प्रदर्शन किया हुआ था।
बावड़ी में सूत के सहारे उल्टी मोटरसाइकिल लटकाना, वहां कांच के गिलास पर खड़ा टैंकर, पानी
पर तैरती पट्टियां, शिव जटाओं से निकलता पानी सहित विभिन्न शिक्षा, जलसंरक्षण की झांकियां देखते हीबन रही थी।ग्राम पंचायत ठीकरदा में भी घास भैरू महोत्सव का जोरदार आयोजन हुआ। यहां पर कलाकारों द्वारा हैरतअंगेज करतब का प्रदर्शन कर लोगों को अचंभित कर दिया। यहां पर थाली में गर्दन सजाकर रखी, इस ²श्य को देखकर दर्शक रोमांचित हो उठे। पैर व हाथ अलग अलग जगह थे। भीड़ अधिक आने से गांव की गलियां छोटी पड़ गई। यहां पर होली के खूंट में जेसीबी और पिकअप कांच के गिलास पर खड़ी कर रखी थी।
बालाजी के चबूतरे पर मोटरसाइकिल लटकी हुई थी। पटवार घर के निकट महादेव जी का शिवङ्क्षलग से पानी की धार निकल रही थी। चारभुजा मंदिर के पास लोग हवा में तैरते नजर आए। जिन्होंने भी इस ²श्य को देखा मदमस्त हो गए। चारभुजा मंदिर के पास कांच के गिलास पर जेसीबी व ट्रैक्टर खड़े कर रखे थे। सूत के धागे में 20 टन पत्थर लटका रखा था। कांटो की शैया पर एक व्यक्ति लेटा हुआ, उसे लोग घसीट रहे थे।

सथूर घास भैरू महोत्सव विवाद की चढ़ा भेंट
सथूर गांव में भी बरसों से घास भैरू महोत्सव का आयोजन किया जाता है, लेकिन यहां पर सरकारी भूमि को लेकर माली समाज व जागा समाज में विवाद चल रहा है। ऐसे में यहां का एक समाज नाराज होने के कारण महोत्सव में सहयोग नहीं किया, जिससे महोत्सव का आयोजन फीका रहा। सथूर का घास भेरू महोत्सव देखने वाले लोगों को निराशा हाथ लगी।