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बहुचर्चित गोवंश हत्याकाण्ड के तीन आरोपियों का पैदल जुलूस निकाला

दबलाना थाना क्षेत्र के ग्राम धनावा के निकट उडयन नदी में 19 सितंबर को गोवंश को मारकर अवशेष नदी में डालने के तीन आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से मजिस्ट्रेट ने आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमाण्ड पर भेज दिया।

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बहुचर्चित गोवंश हत्याकाण्ड के तीन आरोपियों का पैदल जुलूस निकाला

बहुचर्चित गोवंश हत्याकाण्ड के तीन आरोपी

हिण्डोली. दबलाना थाना क्षेत्र के ग्राम धनावा के निकट उडयन नदी में 19 सितंबर को गोवंश को मारकर अवशेष नदी में डालने के तीन आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से मजिस्ट्रेट ने आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमाण्ड पर भेज दिया। आरोपियों ने गांव में ही बेसहारा घुमने वाले गोवंश को मारकर खाने लायक मांस रख लिया एवं शेष भाग नदी में डाल दिया था ताकि वह पानी में बह जाए। एवं किसी को कोई शक नहीं रहे। जानकारी अनुसार धनावा के निकट उडयन नदी पर एक गोवंश का सिर व पैर मिले थे, जिससे गुस्साए लोग मौके पर पहुंचे वहां से सिर व अन्य अवशेष निकालकर कई घंटों तक अलोद-बूंदी मार्ग पर जाम कर दिया था। बाद में अणतगंज सरपंच की रिपोर्ट पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर अनुसधान शुरु किया गया।

एक साथ रहने से हुआ था शक
पुलिस सूत्रों की माने तो जिला विशेष टीम की गोवंश के हत्यारों पर लगातार नजर रखी हुई थी। ऐसे में तीनों आरोपी सीसीटीवी कैमरे में जांच पड़ताल पर कई बार एक साथ नजर आए, जिस पर उन्हें संदेह हुआ। उन पर विशेष नजर रखी गई। डीएसटी टीम प्रभारी रणवीर ङ्क्षसह की भूमिका अच्छी रही। उनके प्रयास से मामला खुला। पुलिस ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को पकड़ कर पूछताछ की, जिस पर उन्होंने बताया बताया कि गांव में एक गोवंश घुमता रहता था। तीनों आरोपी उसे पकडक़र एक जगह ले गए। जहां पर उसे मार कर कुछ मांस रख लिया। बाकी के अवशेष एक कट्टे में डालकर मोटरसाइकिल से सीधे नदी पर ले जाकर डाल दिया। उन्हें अंदेशा था कि अवशेष पानी में बह जाएंगे, लेकिन ऐसा
नहीं हुआ।

ऐसे खुला राज
गोवंश के नदी में अवशेष मिलने के बाद ग्रामीण व ङ्क्षहदूवादी संगठनों का गुस्सा उबाल पर था। आए दिन आंदोलन से जिले में हो रहे प्रदर्शन से पुलिस व प्रशासन परेशान था। पुलिस ने विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने शक के आधार पर अरबाज पुत्र अख्तर अली एवं गुलजार उर्फ बल्लु पुत्र अब्दुल कयुम निवासी अलोद थाना दबलाना को थाने में बुलाकर पूछताछ की, जिस पर उन्होंने सरफराज पुत्र सलीम अहमद निवासी पुरानी टोंक भी इस घटना में शामिल होना बताया। जिस पर पुलिस ने बुधवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

घटनास्थल से अलोद चौराहे तक ले गए
गाय को मारने के गिरफ्तार तीनों आरोपियों को पुलिस ने पैदल ही मौके से अलोद पुलिया पर घुमाया। पुलिस उपाधीक्षक अजीत मेघवंशी ने बताया कि तीनों को गिरफ्तार के बाद आरोपियों को मौके पर ले जाया गया, जिनको उडयन नदी से अलोद पुलिया तक पैदल घुमाया। तीनों आरोपियों के बाल कटे हुए थे। इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीण व ङ्क्षहदूवादी संगठन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।