
भरतपुर. हड़ताल के दौरान खड़ी बसें। फोटो पत्रिका
Bharatpur : स्लीपर बसों के खिलाफ परिवहन विभाग की कार्रवाई से नाराज भरतपुर के सभी स्लीपर बस संचालकों ने शुक्रवार को हड़ताल कर दी। इसके चलते यात्रियों को इधर-उधर भटकना पड़ा। बस संचालकों का कहना है कि यह हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है।
ट्रैवल संचालक के मालिक महेशचंद ने आरोप लगाया कि ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारी हठधर्मिता कर रहे हैं। उन्होंने ही सभी बसों को पास किया है। अब वहीं लोग कार्रवाई कर रहे हैं। कार्रवाई के लिए कोई नियम-कानून नहीं है। यदि बसों में इमरजेंसी गेट नहीं मिल रहा है तो अंधाधुंध जुर्माना लगाया जा रहा है। यदि हादसा हो भी जाता है तो बस संचालकों को समय भी देना चाहिए, जिससे सभी संचालक जो कमियां हैं उन्हें पूरी कर लें। यदि इसके बाद भी संचालक कमियों को पूरी नहीं कराएं तो कार्रवाई करनी चाहिए।
मालिक महेशचंद ने आरोप लगाया कि भरतपुर में महज 20 से 25 स्लीपर हैं। वह सभी नियम के अनुसार चलती हैं। शुक्रवार से संचालकों ने हड़ताल की है। यह हड़ताल कब तक चलेगी, इसका पता नहीं है। यदि कोई बस में ऊपर सामान बांधकर ले जाया जाता है तो वह गलत है। इसके अलावा बसों में ज्वलनशील पदार्थ भी नहीं ले जाना चाहिए।
संचालकों ने कहा कि जिस दिन आरटीओ विभाग गाड़ियां पास करता है, उस समय विभाग बसों के ऊपर केरियल लगा हुआ बसों को पास करता है।
Published on:
01 Nov 2025 02:57 pm
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