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राजस्थान में 55 डॉक्टरों की सेवा समाप्त, स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई, अब तक नहीं आए नए आदेश

डॉक्टरों की सेवावृद्धि आदेश नहीं करने से पिछले 25 दिनों से 55 सामुदायिक चिकित्सालय, प्राथमिक चिकित्सालय, चिकित्सकों को तरस गए हैं। दो दर्जन से अधिक चिकित्सालयों में चिकित्सक नहीं हैं।

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Rajasthan

55 डॉक्टरों की सेवा समाप्त (पत्रिका फाइल फोटो)

बाड़मेर/बालोतरा: प्रदेश सहित जिला बाड़मेर और बालोतरा में पहले से ही चिकित्सकों की बड़ी पद रिक्तता है। इस पर उपचार को लेकर हर दिन हजारों मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। ऐसे में प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अर्जेंट टेंपरेरी बेसिक पर लगाए चिकित्सकों की सेवावृद्धि आदेश नहीं जारी नहीं हुआ।


ऐसे में पिछले 25 दिनों से अकेले बाड़मेर और बालोतरा जिले के 55 सामुदायिक चिकित्सालय, प्राथमिक चिकित्सालय, चिकित्सकों को तरस गए हैं। दो दर्जन से अधिक चिकित्सालयों में चिकित्सक नहीं हैं। इससे उपचार को लेकर ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। इससे इन्हें बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कीमती समय, धन की व्यर्थ में बर्बादी होती है। इसे लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है।


प्रदेश सरकार राज्य में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था होने का दावा कर रही है। लेकिन स्थिति इससे बिल्कुल उल्टा है। जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक चिकित्सालयों, प्राथमिक चिकित्सालयों में पहले से ही बड़ी संख्या में चिकित्सकों के पद रिक्त हैं।
इस पर सरकार के चिकित्सालयों में अर्जेंट टेंपरेरी बेसिक पर लगाए चिकित्सकों की सेवावृद्धि का आदेश जारी नहीं करने से कोढ़ में खाज सी स्थिति पैदा हो गई है। प्राथमिक चिकित्सालयों में चिकित्सक नहीं होने से उपचार को लेकर मरीजों को बड़ी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।


अनुबंध 25 दिन पहले समाप्त


प्रदेश के चिकित्सालयों में चिकित्सकों की पद रिक्तता पर चिकित्सा विभाग अर्जेंट टेंपरेरी बेसिक पर चिकित्सकों की नियुक्ति करता है। 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक विभाग ने प्रदेश सहित बाड़मेर, बालोतरा जिले में चिकित्सक नियुक्त किए थे। लेकिन अनुबंध समय सीमा समाप्त हुए 25 दिन बीत चुके हैं।


इस पर जिला बाड़मेर के प्राथमिक चिकित्सालय गांधव, भेड़ाना, बांड, केलनकोर, बावड़ी कला, जिला बालोतरा के टापरा, मजल, नाकोड़ा, किटनोद, दुधवा, गोल, बड़नावा, आसोतरा, देवरिया आदि में चिकित्सक नहीं हैं। बाड़मेर में 33, बालोतरा में 22 चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। इस पर उपचार के लिए मरीजों को लंबी दौड़ लगानी पड़ रही है।


प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था की स्थिति बहुत सामान्य है। ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में योजना में समय पर चिकित्सकों की सेवा में अभिवृद्धि नहीं करना, हजारों मरीजों के साथ बड़ा अन्याय है।
-गिरधारीराम चौधरी


इन दिनों मौसमी बीमारियों का प्रकोप है। ऐसे में गांव में चिकित्सक नहीं होने से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। सरकार तत्काल प्रभाव से योजना में अभिवृद्धि कर चिकित्सक नियुक्त करे।
-ललित राणा


ग्रामीण क्षेत्र में उपचार व्यवस्था अच्छी नहीं है। इस पर चिकित्सा विभाग के योजना में सेवा अभिवृद्धि नहीं करने का खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है। इससे हजारों मरीज परेशानी उठा रहे हैं।
-भभूताराम पटेल


अर्जेंट टेंपरेरी बेसिक योजना में सेवा अवधि बढ़ाने को लेकर विभाग को पत्र लिखा है। निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
-डॉ. वांकाराम चौधरी, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बालोतरा


अर्जेंट टेंपरेरी बेसिक योजना सेवा अवधि 30 सितंबर को समाप्त हुई थी। बाड़मेर, बालोतरा जिले में दर्जनों चिकित्सालयों में चिकित्सक नहीं हैं। पूरे प्रदेश की यह स्थिति है। चिकित्सा विभाग के निदेशक, जिला चिकित्सा अधिकारियों को अनेकों बार ज्ञापन सौंपकर सेवा अभिवृद्धि करने की मांग की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
-डॉ. तरुण धतरवाल, अध्यक्ष यूटीबी चिकित्सक संघ जिला बाड़मेर-बालोतरा


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