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बालोतरा मेगा हाइवे से सटी 50 बीघा जमीन बदल देगी इस इलाके की किस्मत, बनेगी आमदनी और रोजगार का जरिया

भौगोलिक दृष्टि से भूमि अत्यंत उपयोगी है। बाइपास तिराहे के निकट पहले से कुछ व्यावसायिक दुकानें निर्मित हैं। यदि पंचायत समिति इस क्षेत्र में 50 से अधिक नई दुकानों का निर्माण करवाए तो यह स्थान एक संगठित व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित हो सकता है।

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Balotra Mega Highway

सही रोडमैप से बन सकता व्यावसायिक हब (फोटो- पत्रिका)

बालोतरा: सिणधरी उपखंड मुख्यालय में करोड़ों रुपए मूल्य की पंचायत समिति की लगभग 50 बीघा (करीब 8.0900 हेक्टेयर) भूमि लंबे समय से उपेक्षा का शिकार बनी हुई है। यह भूमि खाता संख्या 354 में 4/6 के नाम ग्रामीण विकास योजनाओं के लिए दर्ज है।


बता दें कि यह क्षेत्र बाइपास तिराहे पर स्थित है। जहां से एक सड़क किसान कॉलोनी की ओर तथा दूसरी मेगा हाइवे को ग्वारियों का वास से जोड़ती है। राजस्थान पत्रिका की ओर से लगातार इस भूमि की स्थिति, अतिक्रमण और उपेक्षा को लेकर समाचार प्रकाशित करने के बाद पंचायत राज विभाग ने सीमाज्ञान कराने और झाड़ियां हटवाने की प्रक्रिया शुरू की है।


फिलहाल, भोमिया छात्रावास के पास स्थित हिस्से की सफाई आरंभ हुई है, लेकिन पूरे क्षेत्र में कार्य की गति धीमी है। वर्तमान में इस भूमि पर कंटीली झाड़ियां, बबूल और कचरे के ढेर फैले हुए हैं। साल 2008-09 में पंचायत समिति ने ग्राम पंचायत पायला खुर्द के माध्यम से चारदीवारी, दो दुकानों और एक टांके का निर्माण करवाया था। किंतु रखरखाव के अभाव में यह क्षेत्र दोबारा अव्यवस्था की स्थिति में पहुंच गया।


विकास की संभावनाएं प्रबल


भौगोलिक दृष्टि से यह भूमि अत्यंत उपयोगी है। बाइपास तिराहे के निकट पहले से कुछ व्यावसायिक दुकानें निर्मित हैं। यदि पंचायत समिति इस क्षेत्र में 50 से अधिक नई दुकानों का निर्माण करवाए तो यह स्थान एक संगठित व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित हो सकता है।


इससे स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यवसाय के नए अवसर प्राप्त होंगे और समिति की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। ग्रामीणों का कहना है कि यह भूमि वर्षों से अनुपयोगी पड़ी है और भू-माफियाओं की नजरों में है। यदि शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भूमि पर अतिक्रमण की आशंका बनी रहेगी।


जनहित में सुझाव


पंचायत समिति को भूमि का सीमाज्ञान और स्थाई सीमांकन कराकर अतिक्रमण से बचाव करना चाहिए। झाड़ियों की सफाई, चारदीवारी की मरम्मत और क्षेत्र का विकास प्लान बनाकर इसे व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स या सार्वजनिक पार्क के रूप में विकसित किया जा सकता है।


ग्रामीण विकास योजनाओं के अंतर्गत यहां सामुदायिक भवन, स्वास्थ्य केंद्र या बाजार क्षेत्र का निर्माण स्थानीय जनहित में होगा। यदि यह भूमि सिणधरी विकास रोडमैप में शामिल की जाए, तो यह न केवल पंचायत समिति की आर्थिक सशक्तता बढ़ाएगी। बल्कि कस्बे के लोगों को रोजगार और व्यावसायिक अवसर भी प्रदान करेगी।