
फाइल फोटो- पत्रिका
जयपुर। अंता विधानसभा उपचुनाव से पहले भाजपा को राहत मिली है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने शनिवार को जयपुर स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि पूर्व विधायक रामपाल मेघवाल ने पुनः भाजपा परिवार में वापसी कर ली है।
मदन राठौड़ के साथ मंच साझा करते हुए रामपाल मेघवाल ने कहा कि उन्होंने आपसी मतभेदों के चलते निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था, लेकिन पार्टी नेतृत्व से हुई बातचीत के बाद उन्होंने दोबारा भाजपा में लौटने का निर्णय लिया है।
नामांकन के समय मेघवाल ने कहा था कि उन्हें पार्टी में उपेक्षा महसूस हुई थी, इसलिए वे स्वतंत्र रूप से चुनाव मैदान में उतरने को मजबूर हुए। हालांकि, अब उन्होंने साफ किया कि वे भाजपा के सिपाही हैं और संगठन जो भी निर्णय लेगा, उसे पूर्ण रूप से स्वीकार करेंगे।
रामपाल मेघवाल वर्तमान में भाजपा के जिला महामंत्री हैं और 2013 से 2018 के बीच बारां-अटरू सीट से विधायक रह चुके हैं। राजनीति में आने से पहले वे 1991 से नवंबर 2013 तक तृतीय श्रेणी शिक्षक के पद पर सरकारी सेवा में रहे। अंता सीट पर इस बार भाजपा ने वर्तमान प्रधान मोरपाल सुमन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भरोसा जताया है। वहीं, कांग्रेस से कभी जुड़े रहे नरेश मीणा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं।
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निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 27 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक निर्धारित है। मतदान 11 नवंबर को होगा और मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। कुछ दिन पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने अनुशासनहीनता पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा था कि पार्टी के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया ने रामपाल मेघवाल को खड़ा करवाया है, लेकिन अब रामपाल की वापसी से भाजपा को बड़ी राजनीतिक राहत मिल गई है।
Published on:
25 Oct 2025 09:46 pm
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