पत्रिका फाइल फोटो
Rajasthan News: बीजेपी ने अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए मोरपाल सुमन को प्रत्याशी घोषित किया है। स्थानीय और लो प्रोफाइल नेता मोरपाल जातिगत समीकरण में भी फिट बैठते हैं। लंबे मंथन के बाद पार्टी नेताओं ने उनके नाम पर सहमति जताई। दूसरी ओर, कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को मैदान में उतारा है, जबकि नरेश मीणा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में अंता सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना है।
बताते चलें कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समर्थक कंवरलाल मीणा की विधायकी रद्द होने से अंता सीट खाली हुई थी। 20 साल पुराने मामले में एसडीएम पर पिस्तौल तानने के आरोप में सजा मिलने के बाद मई 2025 से उनकी विधायकी समाप्त कर दी गई। नियमों के अनुसार, सीट खाली होने के छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना अनिवार्य है।
मोरपाल सुमन वर्तमान में बारां पंचायत समिति के प्रधान हैं। उन्होंने जनवरी 2022 में पंचायत राज चुनाव के बाद पदभार संभाला था। उनकी पत्नी नटी बाई भी वर्तमान में सरपंच (प्रशासक) हैं। माली समाज से ताल्लुक रखने वाले सुमन को बीजेपी ने क्षेत्र के प्रभावी वोट बैंक को ध्यान में रखकर चुना है। पार्टी उन्हें जमीन से जुड़ा और जनता की भावनाओं को समझने वाला नेता मानती है।
बता दें, बीजेपी की रणनीति में मोरपाल सुमन को टिकट देकर स्थानीय प्रभाव और जातिगत समीकरण साधने की स्पष्ट कोशिश दिखती है। मोरपाल सुमन माली समाज से हैं, जिसकी अंता क्षेत्र में अच्छी आबादी और प्रभाव है। पार्टी ने उन्हें 'लो प्रोफाइल' और 'जनसेवक' की छवि के साथ मैदान में उतारा है, जैसा कि प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पहले संकेत दिया था।
Updated on:
17 Oct 2025 12:02 pm
Published on:
17 Oct 2025 11:30 am
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