
मेंगलूरु जिला प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडूराव ने सोमवार को उरवा मार्केट का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि पिछले छह वर्षों से खाली पड़े स्टॉल्स का पुन: उपयोग किया जाए। इस दौरान उन्होंने महिला मछुआरिनों और अधिकारियों से बातचीत की।
मछुआरिनों ने मंत्री को बताया कि वर्तमान स्टॉल्स में व्यवसाय चलाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है।निरीक्षण के बाद मंत्री ने कहा, विक्रेताओं ने व्यापार के लिए जगह की कमी को लेकर अपनी शिकायतें रखी हैं। बाजार का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए स्टॉल्स में संशोधन की आवश्यकता है। विक्रेता और मछुआरिनें बाजार में स्थानांतरित होने के लिए तैयार हैं, बशर्ते संशोधन कार्य शीघ्र शुरू किए जाएं। उन्होंने उपायुक्त को आवश्यक कदम तय करने के निर्देश दिए हैं और 10 दिनों में प्रगति की समीक्षा करेंगे।
उरवा मार्केट के सभी स्टॉल्स अभी तक खाली पड़े हैं। बाजार परिसर का एक कार्यालय कक्ष वर्तमान में सरकारी विभागों द्वारा किराए पर उपयोग में लिया जा रहा है। मेंगलूरु सिटी कॉरपोरेशन (एमसीसी) को इस बड़े बाजार से हर वर्ष लगभग 12 लाख रुपए की आय होती है, जबकि बाजार का निर्माण 12.3 करोड़ रुपए की लागत से किया गया था। बाजार को पुन: उपयोग में लाने के लिए दो से तीन करोड़ रुपए की आवश्यकता होगी।
दक्षिण कन्नड़ जिले के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पास वाहन नहीं होने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में आयुक्त से बात की है। कुछ जिलों में भी वाहन नहीं हैं। वे इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाएंगे।
Published on:
28 Oct 2025 06:00 pm
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