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भ्रूण लिंग निर्धारण और कन्या भ्रूण हत्या करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को निशाना बनाकर अवैध स्कैनिंग के लिए 25,000 से 30,000 रुपए तक वसूलता था।

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स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने मैसूरु के वरुण निर्वाचन क्षेत्र में बन्नूर राजमार्ग पर हुगनहल्ली गांव में एक फार्महाउस पर छापा मारकर अवैध भ्रूण लिंग निर्धारण परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या गिरोह Illegal sex determination tests and female foeticide rackets का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है।

सूत्रों से मिली सटीक जानकारी के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक विवेक, मण्ड्या जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) मोहन और मैसूरु जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी.सी. कुमारस्वामी के नेतृत्व में अधिकारियों ने फार्महाउस के एक आलीशान मकान पर छापा मारा। मकान में गैरकानूनी गतिविधियां चल रही थीं।

अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को निशाना बनाकर अवैध स्कैनिंग के लिए 25,000 से 30,000 रुपए तक वसूलता था। गैरकानूनी तरीके से गर्भपात करा कन्या भ्रूण हत्या भी की जाती थी। टीम ने मौके से कई मशीनें, चिकित्सीय उपकरण और गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली दवाएं जब्त की हैं।

छापे के दौरान दो से चार गर्भवती महिलाएं स्कैनिंग के लिए मौजूद थीं। बन्नूर के एक अस्पताल की एक नर्स सहित इस गिरोह से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया है।डीएचओ डॉ. कुमारस्वामी ने कहा, यह कार्रवाई कन्या भूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के लिए की गई है। पुलिस जांच कर रही है और रिपोर्ट के बाद विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडूराव ने कहा कि गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है, और स्वास्थ्य विभाग लगातार कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ लड़ रहा है। लोगों से अपील है कि वे भी इसके खिलाफ सक्रिय कदम उठाएं।