लाखों की प्रतिबंधित कफ सिरप और नशीली दवाएं बरामद (फोटो सोर्स : Ritesh Singh )
Drug Raid 2025: बहराइच जिले के दरगाह इलाके में सोमवार को सहायक औषधि आयुक्त, देवीपाटन मंडल, मुकेश जैन के नेतृत्व में औषधि विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। टीम ने यहां छापेमारी के दौरान लाखों रुपये की प्रतिबंधित कोडीन युक्त कफ सिरप और दर्द निवारक दवाओं का बड़ा जखीरा बरामद किया है।
यह कार्रवाई लंबे समय से मिल रही शिकायतों और खुफिया इनपुट के आधार पर की गई थी। बताया जा रहा है कि दरगाह क्षेत्र में कुछ लोग बिना वैध लाइसेंस के नशीली दवाओं की अवैध बिक्री और सप्लाई कर रहे थे। इस सूचना की पुष्टि के बाद विभाग ने छापा मारा, जिससे यह पूरा नेटवर्क सामने आया।
औषधि विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां 'रॉयल फार्मा' नामक एक अवैध दवा वितरण केंद्र से सैकड़ों शीशियां कोडीन युक्त कफ सिरप की और सैकड़ों पैकेट दर्द निवारक कैप्सूल के मिले। प्राथमिक जांच के अनुसार, ये सभी दवाएं बिना किसी वैध लाइसेंस या अनुमति के बेची जा रही थीं।
सहायक औषधि आयुक्त मुकेश जैन ने बताया कि जब टीम ने परिसर की तलाशी ली तो दवाओं का भंडारण घरेलू स्तर पर एक आवासीय मकान के भीतर किया गया था। वहां दवाओं को पैक करने, लेबल लगाने और बाजार में सप्लाई के लिए तैयार किया जा रहा था। बरामद माल की बाजार कीमत एक लाख रुपये से अधिक आंकी गई है।
मुकेश जैन ने बताया कि औषधि विभाग को पिछले कई महीनों से सूचनाएं मिल रही थीं कि दरगाह इलाके में कुछ व्यक्ति कोडीन आधारित कफ सिरप और दर्द निवारक दवाओं की अवैध बिक्री कर रहे हैं। ये दवाएं नशे के रूप में उपयोग की जा रही थीं, जिससे इलाके के युवा प्रभावित हो रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमें लगातार यह जानकारी मिल रही थी कि कुछ दुकानदार नशीली दवाओं की अवैध सप्लाई कर रहे हैं। जब हमने टीम बनाकर छापेमारी की, तो शिकायतें सही पाई गईं। मौके से भारी मात्रा में प्रतिबंधित सिरप और गोलियां मिलीं। सभी दवाओं को जब्त कर लिया गया है और उनके सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं।”
छापेमारी के दौरान एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। टीम को मौके से एक लखनऊ नंबर की गाड़ी मिली, जिस पर उत्तर प्रदेश सचिवालय का पास चिपका हुआ था। यह वाहन उसी दवा विक्रेता के कब्जे में पाया गया, जिसके पास से प्रतिबंधित दवाएं मिलीं। अब जांच का विषय यह है कि आखिर सचिवालय का पास निजी व्यक्ति के वाहन पर कैसे आया? औषधि विभाग ने वाहन के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस अवैध कारोबार में कोई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल है।
औषधि विभाग की टीम ने मौके से आरोपी दवा विक्रेता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।अधिकारियों का मानना है कि यह नेटवर्क सिर्फ बहराइच तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार अन्य जिलों- गोंडा, बलरामपुर और लखनऊ तक जुड़े हो सकते हैं। टीम इस दिशा में भी जांच कर रही है।
सहायक औषधि आयुक्त ने बताया कि बरामद दवाओं के सैंपल लखनऊ की औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि “हम इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। यदि जांच में यह सिद्ध हुआ कि कोई फार्मा कंपनी या वितरक इस नेटवर्क से जुड़ा है, तो उसका लाइसेंस तुरंत निरस्त कर दिया जाएगा और मुकदमा दर्ज किया जाएगा।”
प्रदेश सरकार ने हाल ही में नशीली दवाओं के बढ़ते प्रचलन पर चिंता जताई थी। योगी सरकार के निर्देश पर औषधि विभाग ने पूरे प्रदेश में “ऑपरेशन क्लीन फार्मा” अभियान चलाया है, जिसके तहत बिना लाइसेंस दवा विक्रेताओं और प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। बहराइच में हुई यह कार्रवाई भी इसी अभियान का हिस्सा थी। विभाग का मानना है कि इस छापेमारी के बाद कई अन्य जिलों में भी अवैध दवा माफियाओं की कमर टूटेगी।
दरगाह इलाके के स्थानीय निवासियों ने औषधि विभाग की इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि इलाके में लंबे समय से कुछ संदिग्ध लोग इस तरह के कारोबार में लिप्त थे, जिससे युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही थी। स्थानीय निवासी रईस अहमद ने कहा कि हम कई बार शिकायत कर चुके थे कि यहां कुछ दुकानों पर रात में संदिग्ध गतिविधियां होती हैं। अब जाकर प्रशासन ने सही कदम उठाया है। अगर ऐसे लोगों पर सख्ती जारी रही तो मोहल्ले का माहौल सुधर जाएगा।
औषधि विभाग ने संकेत दिए हैं कि इस नेटवर्क से जुड़े और लोग जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं। जिन दुकानदारों और वितरकों से बरामद सिरप व गोलियां प्राप्त की गईं, उनकी सप्लाई चेन की जांच की जा रही है। सहायक आयुक्त मुकेश जैन ने कहा कि हमने दवा के बैच नंबर और सप्लायर की जानकारी जुटा ली है। रिपोर्ट आने के बाद अन्य जनपदों में भी कार्रवाई की जाएगी। हमारा लक्ष्य है कि नशे की दवाओं का अवैध कारोबार पूरी तरह खत्म किया जाए।
Published on:
14 Oct 2025 04:26 pm
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