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Ahmedabad: सभी तरह के कैंसर में से 13.5 प्रतिशत मरीज को ब्रेस्ट कैंसर, मृत्युदर भी बढ़ी

ब्रेस्ट कैंसर माह पर विशेष, 13 वर्ष में ब्रेस्ट कैंसर में 39.1 फीसदी की बढ़ोतरी, अहमदाबाद के एल.जी अस्पताल की जनरल सर्जरी विभाग की ओपीडी में स्तन रोग संबंधी महिला मरीजों की संख्या संख्या 25 फीसदी

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lg hospital ahmedabad (File photo)

देश दुनिया में कैंसर चिंता का विषय रहा है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2012 तक महिलाओं में सरवाइकल (गर्भाशय मुख) कैंसर के ज्यादा मामले सामने आते थे लेकिन उसके बाद से ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। इन 13 वर्ष की अवधि (2021-2025) में ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों में 39.1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, यह चौंकाने वाले आंकड़े हैं। सभी तरह के कैंसर के मरीजों में देखा जाए तो 13.1 प्रतिशत ब्रेस्ट कैंसर के हैं।अहमदाबाद महानगरपालिका संचालित एल.जी. अस्पताल के जनरल सर्जरी विभाग के चिकित्सक डॉ. तपन शाह ने बताया कि विभाग की ओपीडी में हर वर्ष आने वाले मरीजों में से 25 फीसदी ब्रेस्ट संबंधित पीड़ा झेलने वाली महिलाएं हैं। इन 25 प्रतिशत में से 50 फीसदी को सामान्य गांठ या कैंसर की गांठ होती है। गांठ सामान्य हो या कैंसर की इन सभी को ऑपरेशन की जरूरत होती है। इतना ही नहीं जिन महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की पुष्टि हुई है, उनमें से 20 फीसदी में रोग का स्तर काफी घातक पाया गया, जिसमें ऑपरेशन भी ज्यादा प्रभावशाली नहीं हो पाता है।

डॉ. तपन शाह ने बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान 120 महिलाओं की बायोप्सी करवाई गई। इनमें 40 में कैंसर की पुष्टि हुई। 170 महिलाओं की गांठ का ऑपरेशन किया गया। अस्पताल में लाई गई मेमोग्राफी की मशीन के कारण महिलाओं को काफी सुविधा होने लगी है। इससे महिलाओं का उपचार समय रहते हो रहा है।

जीवनशैली में बदलाव मुख्य कारण

डॉ.शाह बताते हैं कि वर्ष 2023 में देश में लगभग दो लाख तथा वर्ष 2024 में तीन लाख से अधिक स्तन कैंसर के मरीज देखे गए। उनका मानना है कि जीवनशैली में बदलाव के कारण स्तन कैंसर के मामलों में वृद्धि हुई है। इनमें खासकर पोषक तत्वों से रहित आहार, मोटापे में वृद्धि, नशीली वस्तुओं का सेवन मुख्य हैं। इसके अलावा गर्भधारण में विलंब, गर्भनिरोधक गोलियों का ज्यादा सेवन, स्तनपान से परहेज भी इसका कारण हो सकता है। उन्होंने कहा कि कम आयु की महिलाओं में भी स्तन कैंसर देखा जा रहा है, साथ ही बढ़ती आयु (50 से 70) के बीच भी मामलों में वृद्धि हो रही है। स्तन कैंसर के मामले बढ़कर 13.5 प्रतिशत हो गए हैं और इससे मृत्यु दर भी 10.6 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उनका कहना है कि समय रहते इस रोग को पकड़ा जा सके तो उसे निश्चित तौर पर रोका जा सकता है। अन्य देशों में जागरूकता के कारण अंतिम स्टेज के मामले बहुत कम आते हैं जबकि भारत में इस तरह मामले ज्यादा देखे जाते हैं।

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण

-स्तन में गांठ- दर्द

-स्तन की त्वचा का लाल होना या-कोई अन्य परिवर्तन

-बगल में गांठ सूजन जैसे कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं।