पारिवारिक विवाद ने ली भयावह रूप (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)
UP Crime News: जिले के बरहन क्षेत्र में सोमवार देर रात एक पारिवारिक विवाद ने दिल दहला देने वाला रूप ले लिया। गांव खेड़ी अडू में एक महिला ने अपने देवर पर गंभीर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार पीड़ित युवक योगेश कुमार (28), जो हल्द्वानी स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं, दिवाली की छुट्टियों पर अपने घर आए थे।
सोमवार रात घटना के समय परिवार के सभी सदस्य घर में थे। देर रात किसी विवाद को लेकर उनकी भाभी अर्चना ने उन पर हमला कर दिया। युवक को गंभीर हालत में एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे दिल्ली रेफर कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही थाना बरहन की पुलिस मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने बताया कि घटना का कारण पारिवारिक और वैवाहिक विवाद प्रतीत होता है।
थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आरोपी महिला का अपने देवर से किसी बात को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। सोमवार रात किसी बात पर कहासुनी के बाद यह गंभीर हमला हुआ। पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं। मेडिकल रिपोर्ट और परिजनों के बयान आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।-थाना प्रभारी, बरहन
ग्रामीणों और परिजनों के अनुसार, परिवार में कुछ समय से मतभेद चल रहे थे। पीड़ित युवक की शादी अगले महीने तय थी। परिजनों ने बताया कि महिला कुछ पारिवारिक निर्णयों को लेकर नाराज थी, और इसी वजह से घर में तनाव बढ़ गया था। घटना के बाद गांव में चर्चा है कि परिवार में चल रहे इन तनावों का परिणाम इस हिंसक कृत्य के रूप में सामने आया।
घटना की खबर फैलते ही आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। गांव वालों ने बताया कि यह परिवार काफी शिक्षित और शांत स्वभाव का था। किसी को उम्मीद नहीं थी कि विवाद इस हद तक पहुंच जाएगा। गांव के बुजुर्गों ने कहा कि अब पुलिस को पूरी सच्चाई सामने लानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह के मामलों में धारा 326 (गंभीर चोट पहुंचाना) और धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। घटना की प्रकृति को देखते हुए महिला के खिलाफ कठोर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे मामले समाज में बढ़ते पारिवारिक तनाव, आपसी अविश्वास और संवाद की कमी को दर्शाते हैं। ऐसे विवादों में हिंसा की जगह संवाद अपनाना जरूरी है। एक पल के गुस्से में लिए गए कदम कई जिंदगियां तबाह कर देते हैं।-डॉ. सविता श्रीवास्तव, समाजशास्त्री
संबंधित विषय:
Published on:
21 Oct 2025 07:26 pm
बड़ी खबरें
View Allआगरा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग