इजरायल-गाजा जंग थमने के बाद डोनाल्ड ट्रंप। (फोटो: वाशिंगटन पोस्ट.)
Trump Israel Knesset Speech: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को इजरायल की संसद नेसेट में ऐतिहासिक अभिवादन मिला। सोमवार 13 अक्टूबर 2025 को यरुशलम पहुंचे ट्रंप का भाषण (Trump Israel Knesset Speech) शुरू होने से पहले सांसद खड़े होकर तालियां बजाते रहे। कई मिनट तक जारी रही तालियों की गड़गड़ाहट ने माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया। चेयरमैन अमीर ओहाना ने कहा, "दुनिया को अब तुष्टीकरणवादियों की नहीं, बल्कि बहादुर और मजबूत नेताओं की जरूरत है। दुनिया को और ट्रंप चाहिए।" यह स्वागत हमास की ओर से गाजा युद्धविराम समझौते के तहत आखिरी 20 जीवित बंधकों की रिहाई (Gaza Hostage Release) के ठीक बाद हुआ।
ट्रंप एयर फोर्स वन से तेल अवीव पहुंचे, जहां रेड कार्पेट पर उनका स्वागत हुआ। उनके साथ विशेष दूत स्टीव विटकॉफ, दामाद जेरेड कुशनर और बेटी इवांका भी थे। नेसेट पहुंचने पर ओहाना ने स्वागत किया, "यरुशलम और नेसेट में आपका हार्दिक स्वागत। हम इस पल का इंतजार कर रहे थे।" ट्रंप ने जवाब दिया, "यह मेरे लिए बड़ा सम्मान है।" फिर उन्होंने अतिथि पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। ओहाना ने ट्रंप को "यहूदी इतिहास का दिग्गज" बताया, जिनकी तुलना छठी शताब्दी ईसा पूर्व के महान साइरस से की। साइरस ने यहूदियों को यरुशलम लौटने और मंदिर बनाने की इजाजत दी थी।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप की खूब तारीफ की। उन्होंने ईरान पर इजरायल और अमेरिका के हमलों- ऑपरेशन राइजिंग लायन और मिडनाइट हैमर- के लिए धन्यवाद दिया। गोलान हाइट्स पर संप्रभुता मान्यता और संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के समर्थन के लिए भी आभार जताया। नेतन्याहू ने कहा, "जब दुनिया हमास के प्रचार के आगे झुक रही थी, तब ट्रंप के चुनाव ने सब बदल दिया। उन्होंने स्पष्ट समर्थन दिया, जिससे दूसरा बंधक सौदा हुआ।" उन्होंने ट्रंप को "व्हाइट हाउस में इजरायल का अब तक का सबसे बड़ा दोस्त" कहा। "कोई अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल के लिए इतना नहीं किया।" ओहाना ने घोषणा की कि इजरायल अगले साल ट्रंप के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नामांकन का समर्थन करेगा।
ट्रंप ने भाषण में गाजा युद्ध को "आतंक का अंत" बताया। उन्होंने कहा, "यह नया मध्य पूर्व का ऐतिहासिक उदय है। इजरायल के लिए स्वर्ण युग आएगा, जैसे अमेरिका में है।" 7 अक्टूबर 2023 के हमास हमले से शुरू हुए दो साल के संघर्ष के बाद यह युद्धविराम पहला बड़ा कदम है। समझौते के पहले चरण में हमास ने 48 बंधकों में से आखिरी 20 जीवित (सभी पुरुष) को रिहा किया। इजरायल ने बदले में 1718 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा। सभी बंधक अब परिवारों से मिले, जहां उनकी मेडिकल जांच हो रही है। शेष 28 मृत बंधकों के शवों की भी उम्मीद है।
बहरहाल ट्रंप मिस्र के शर्म एल-शेख जा रहे हैं, जहां 20 से ज्यादा नेता युद्धविराम पर हस्ताक्षर करेंगे। हालांकि, नेतन्याहू सिमचत तोराह त्योहार के कारण नहीं जाएंगे। भाषण के दौरान दो वामपंथी सांसदों ने विरोध किया, जिन्हें हटा दिया गया। उन्होंने गाजा में "मानवता के अपराधों" का आरोप लगाया। यह घटना मध्य पूर्व शांति की नई उम्मीद जगाती है, लेकिन फिलिस्तीनी क्षेत्रों में सहायता बढ़ाने और सेना वापसी पर सवाल बाकी हैं। ट्रंप की कूटनीति ने क्षेत्र को नया आकार दिया है।
Published on:
13 Oct 2025 06:42 pm
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग