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ट्रंप की हमास को आखिरी चेतावनी: गाजा सीजफायर प्लान मंजूर करो, वरना ‘पूरी तबाही’ का खतरा

Gaza Ceasefire Plan: ट्रंप ने हमास को गाजा सीजफायर योजना मंजूर करने की चेतावनी दी है, वरना पूर्ण विनाश होने का खतरा है।

2 min read

भारत

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MI Zahir

Oct 06, 2025

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Photo-IANS)

Gaza Ceasefire Plan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में चल रहा संघर्ष (Trump Hamas warning Gaza ceasefire) खत्म करने के लिए अपनी 20-सूत्री योजना पर हमास को सख्त चेतावनी दी है। हमास का एक प्रतिनिधिमंडल मिस्र पहुंच गया है, जहां सीजफायर प्लान (Gaza 20-point peace plan) के अंतिम विवरण पर चर्चा हो रही है। ट्रंप का कहना है कि अगर हमास योजना स्वीकार नहीं करता है तो उसे 'पूर्ण विनाश' का सामना करना पड़ेगा। यह खबर मध्य पूर्व में शांति की उम्मीदों को नई जान दे रही है। हमास के प्रमुख नेता खलील अल-हय्या के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शर्म एल-शेख पहुंचा है। यहां अमेरिका, मिस्र और कतर के मध्यस्थों के साथ बातचीत हो रही है। ट्रंप की योजना के पहले चरण में बंधकों की रिहाई, कैदियों का आदान-प्रदान और तत्काल सीजफायर शामिल है। सोमवार को तकनीकी टीमें मिलेंगी, जहां योजना के बारीक विवरण तय होंगे। हमास ने बंधकों की रिहाई पर सहमति जताई है, लेकिन हथियार डालने और गाजा पर नियंत्रण छोड़ने पर बहस जारी है।

ट्रंप की चेतावनी: 'पूर्ण विनाश' या शांति का चुनाव

ट्रंप ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि हमास को सत्ता छोड़नी होगी, वरना 'पूर्ण विनाश' होगा। उन्होंने ट्रूथ सोशल पर पोस्ट किया कि सप्ताह के अंत तक सकारात्मक चर्चाएं हुई हैं, लेकिन तेजी से फैसला लो। ट्रंप ने इजरायल को बमबारी रोकने को कहा और कहा कि अगर हमास सहमत होता है, तो सीजफायर तुरंत लागू होगा। उन्होंने जोर दिया कि मध्य पूर्व में लंबे समय से चली आ रही शांति की मांग पूरी हो सकती है, लेकिन देरी बर्दाश्त नहीं होगी।

20-सूत्री योजना का सार: चरणबद्ध शांति प्रक्रिया

ट्रंप की योजना में तत्काल सीजफायर, सभी बंधकों की 72 घंटों में रिहाई, इजरायली सेना की चरणबद्ध वापसी, हमास का विघटन और अंतरराष्ट्रीय निगरानी में गाजा का पुनर्निर्माण शामिल है। योजना फिलिस्तीनी राज्य की दिशा में एक रास्ता भी खोलती है। इजरायली पीएम नेतन्याहू ने योजना का समर्थन किया है। अरब देशों ने ट्रंप के प्रयासों का स्वागत किया है, लेकिन हमास के सैन्य प्रमुख ने हथियार डालने पर आपत्ति जताई है।

वैश्विक समर्थन और चिंताएं

ट्रंप की योजना पर सऊदी अरब, जॉर्डन और कतर जैसे देशों ने सराहना की है। यूएन ने सभी पक्षों से अवसर का लाभ उठाने के लिए कहा है, लेकिन गाजा में फिलिस्तीनियों को चिंता है कि यह योजना इजरायली कब्जा मजबूत करेगी। इजरायल में विरोधी दलों ने योजना का समर्थन किया है, लेकिन दक्षिणपंथी सहयोगी असंतुष्ट हैं। यह कदम गाजा में 67,000 से ज्यादा मौतों के बाद उम्मीद की किरण है।

हमास के हमलों की श्रृंखला और शांति प्रयास

ट्रंप की यह चेतावनी 2023 के 7 अक्टूबर हमले के बाद की घटनाओं का हिस्सा है, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए थे। मार्च 2025 में सीजफायर टूटा, जिसके बाद इजरायली हमले फिर शुरू हुए। अब योजना में बंधकों की रिहाई (48 बचे हैं, आधे जिंदा) पर फोकस है। अगर पहला चरण सफल होता है, तो 13 अक्टूबर तक सभी बंधक रिहा हो सकते हैं।

भारत के लिए सबक - मध्य पूर्व शांति का असर

भारत के लिए यह घटना महत्वपूर्ण है, क्योंकि मध्य पूर्व से 60% तेल आयात होता है। गाजा संघर्ष से शिपिंग लागत बढ़ी है, जो मुद्रास्फीति प्रभावित कर रही है। ट्रंप की योजना सफल होने पर क्षेत्रीय स्थिरता बढ़ेगी, जो भारत के व्यापार और एनर्जी सुरक्षा के लिए फायदेमंद होगी। भारत ने हमेशा दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन किया है, और यह योजना फिलिस्तीनी राज्य की दिशा में कदम उठा सकती है।