7 अगस्त 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

जिस Meta CEO को ट्रंप ने दी थी जेल भेजने की धमकी उन्हीं मार्क ज़करबर्ग को अब दिया डिनर

Donald Trump: 4 साल पहले Meta ने डोनाल्ड ट्रंप पर प्रतिबंध लगा दिया था जिसके बाद ट्रंप ने मेटा CEO मार्क ज़करबर्ग को जेल भेजने की धमकी दे दी थी।

Donald Trump Dinner With Meta Facebook CEO Mark Zuckerberg
Donald Trump Dinner With Meta Facebook CEO Mark Zuckerberg

Donald Trump: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Facebook और इसकी पैरेंट कंपनी Meta के सभी प्लेटफॉर्म्स के CEO मार्क जकरबर्ग से मुलाकात की। ट्रंप ने अपने मार-ए-लागो आवास पर जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) को डिनर पर बुलाया। माना जा रहा है कि यह संबंध सुधारने की पहल है। चार साल पहले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की हार के बाद संसद भवन परिसर में (Capital Hill Violence) हिंसा को लेकर कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने ट्रंप को बैन कर दिया था। इनमें फेसबुक-इंस्टाग्राम भी शामिल थे। तब ट्रंप ने जकरबर्ग को जेल भेजने तक की धमकी दी थी।

डिनर के जरिए खेल रहे कूटनीति?

डोनाल्ड ट्रंप ने जिन लोगों को डिनर पर बुलाया उन सबको आर्थिक योजनाओं पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया गया था। मार्क ज़करबर्ग को इस डिनर पर बुलाने में डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किए गए स्टीफन मिलर की बड़ी भूमिका बताई जा रही है। मिलर ने मार्क ज़करबर्ग को अमेरिका के लिए बेहद जरूर शख्स बताया है। मिलर ने अमेरिका के एक टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि "मार्क ज़करबर्ग अपने हित, कंपनी और एजेंडा हैं।” इधर Meta प्रवक्ता मार्क ज़करबर्ग के ट्रंप के घर पर डिनर की पुष्टि करते हुए बताया कि ज़करबर्ग आगामी प्रशासन की नीतियों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया गया था।

अमेरिका चुनाव में किसी का नहीं किया था समर्थन

बता दें कि ज़करबर्ग ने 2024 के अमेरिका चुनाव में किसी का भी समर्थन नहीं किया था, वे इस चुनाव में तटस्थ रहे थे। हालांकि उन्होंने ट्रंप के लिए सकारात्मक रुख जरूर अपनाया था। 2023 की शुरूआत में Meta ने डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट बहाल कर दिया था। 

मार्क ज़करबर्ग ने डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले से बच जाने की सराहना की थी और कोरोना से जुड़ी सामग्री को मॉडरेट करने के लिए सोशल मीडिया कंपनियों पर कथित तौर पर बाइडेन प्रशासन के दबाव की आलोचना की थी।

ये भी पढ़ें-

पाकिस्तान में शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दंगा, 100 से ज्यादा लोगों की मौत

बांग्लादेश के साथ मिलकर भारत और हिंदुओं के खिलाफ साजिश रच रहा चीन! जानिए आखिर क्या चाहता है ड्रैगन