भीलवाड़ा। टेक्सटाइल सिटी की नमकीन का जायका दीपावली पर देश के विभिन्न हिस्सों में चढ़ने के साथ सात समंदर पार तक दुनिया को भा रहा है। नमकीन की बढ़ती ही मांग है कि शहर में अब सौ से अधिक भट्टियां सुलग रही है और रोजाना हजारों किलो में उठाव हो रहा है। इस बार त्योहार में तो नमकीन के कारोबार को पंख ही लग गए है।
शहर के मक्खन बड़ा एवं घेवर की समूचे देश दुनिया में बड़ी पहचान है, व्यंजनों की इसी दुनिया में अब भीलवाड़ा की नमकीन का नाम भी शुमार हो गया है। शहर की नमकीन ने कोरोना संकट काल में लोगों का जायका ऐसा बदला है कि मिठाई के साथ नमकीन की मांग भी बढ़ गई है, यही कारण है कि शहर में चुनिंदा दुकानों पर नमकीन विक्रेता 50 से से अधिक वैरायटी में नमकीन तैयार कर रहे है। इसमें भी ढाई इंच की कचौरी व समासे के साथ ट्राई फूड नमकीन खास पसंद की जा रही है।
विदेशों से ऑनलाइन डिमांड
ओल्ड प्रताप टॉकीज क्षेत्र के नमकीन व्यवसायी रामेश्वरलाल ओझा बताते है कि पिता मथुरा लाल के बाद उन्होंने नमकीन कारोबार संभाला। अब उनके साथ बेटे सुनील व गौतम भी काम देख् रहे है, भीलवाड़ा की नमकीन का स्वाद अब प्रदेश व देश के साथ दुनियां के कई हिस्सों में भी चढ़ चुका है। दीपावली पर ढाई इंच की कचौरी व समोसा का स्वाद लोगों को काफी पसंद आ रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही अमरीका, लंदन, कनाड़ा, आस्ट्रेलिया व एशिया के देशों में भीलवाड़ा की नमकीन की मांग है। ऑन लाइन भी नमकीन भेजी जा रही है। उपहार के रूप में नमकीन के पैकेट भेजे जा रहे है।
ड्राई फूट नमकीन, हिंग मिश्रित नमकीन है खास
वर्धमान नगर के नमकीन व्यवसायी भैरूलाल-प्रवीण शर्मा बताते है कि दीपोत्सव पर भीलवाड़ा की नमकीन की खासी मांग है। गुजरात,एमपी,यूपी, कोलकोता व समूचे मेवाड़ में भी भीलवाड़ा की नमकीन के पैकेट गए है। दिल्ली व मुम्बई में भी ड्राई फूट नमकीन, हिंग मिश्रित नमकीन व पौदीने की नमकीन के पैकेट जा रहे है। त्योहारों पर अधिकतर लोग मिठाई के साथ नमकीन की खरीद पर भी जोर दे रहे है। नमकीन मशीनों के बजाए हाथों से बनाई जा रही है। इसके लिए विभिन्न सांचे का भी उपयोग किया जा रहा है।