हिण्डौनसिटी. विजयदशमी के पावन पर्व पर इस वर्ष दशहरा उत्सव की रौनक कुछ अलग ही होगी। नगर परिषद की ओर से परंपरागत रावण दहन को और अधिक भव्य बनाने के लिए पुतलों की ऊंचाई में इजाफा कराया है। वहीं इस बार दशानन रावण के साथ उनके भाई कुंभकरण और पुत्र मेघनाद के पुतले का दहन किया जाएगा। गत वर्ष दशहरा पर पर अकेल के लंकेश के पुतले का दहन हुआ था। रामलीला मैदान में गुरुवार रात 8.30 बजे पुतलों का किया जाएगा।
बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दशहरा को लेकर करौली रोड पर एक मैरिज गार्डन में 20 दिन से चल रहे पुतला निर्माण कार्य को बुधवार को कारीगरों ने अंतिम रूप दिया। नगर परिषद की ओर से इस बार 3.50 लाख रुपए की लागत से रावण के साथ कुम्भकरण व मेघनाद के विशाल पुतलों का निर्माण कराया है। मथुरा से आए कारीगर नूर मोहम्मद ने बताया कि उन्होंने 55 फीट ऊंचे रावण, 41 फीट ऊंचे मेघनाद और 45 फीट ऊंचे कुंभकरण के पुतले तैयार किए हैं। करीब 10 कारीगरों की टीम ने पुतलों को तैयार किया है। मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए इस बार पुतलों को दहशरा के दिन दोपहर में खड़ा किया जाएगा। इससे पुतलों को बारिश या तेज हवा से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा।
रावण की चमकेंगी आंखेें, मुंह निकलेगी आग
मास्टर कारीगर नूर मोहम्मद ने बताया कि पुतलों के दहन से पहले रामलीला मैदान में परम्परागत रूप से राम-रावण के युद्ध का मंचन होगा। इसके बाद राम, लक्ष्मण मेघनाद, कुंभकरण और रावण के पुतले का दहन करेंगे। इस दौरान अतिशबाजी से रावण के पुतले की आंखों के चमकने के साथ मुंह से आग उगलने का नजरा बनेगा।
पौने घंटे होगी आतिशबाजी
नगर परिषद के उपसभापति लेखेंद्र चौधरी ने बताया कि पुतलों के दहन से पहले शोरगरों द्वारा पौन घंटे तक आतिशबाजी की जाएगी। 100 से अधिक डिजाइन के पटाखों के अकाश में उंचाई में फटने सतरंगी रोशनी का नजारा बनेगा।