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डोनाल्ड ट्रंप ने ही कराया सीज़फायर, थाईलैंड-कंबोडिया जंग को लगा विराम

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हाल ही में तेज़ हुई सीमा पर झड़पों को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया। दोनों देशों ने "तत्काल और बिना शर्त" युद्धविराम यानी सीज़फायर पर सहमति जता दी है। यह समझौता मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की मध्यस्थता में हुआ, जहां दोनों देशों के नेताओं की बैठक मलेशिया की राजधानी पुतराजाया में हुई।

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Pankaj Meghwal

Jul 28, 2025

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हाल ही में तेज़ हुई सीमा पर झड़पों को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया। दोनों देशों ने “तत्काल और बिना शर्त” युद्धविराम यानी सीज़फायर पर सहमति जता दी है। यह समझौता मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की मध्यस्थता में हुआ, जहां दोनों देशों के नेताओं की बैठक मलेशिया की राजधानी पुतराजाया में हुई।

इस संघर्ष में अब तक कम से कम 35 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लाख 70 हजार से ज्यादा लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। सीमा पर हालात इतने तनावपूर्ण हो गए थे कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच भारी गोलीबारी और रॉकेट हमले होने लगे थे।

बैठक में थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फूमथम वेचायाचाई और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेत शामिल हुए। दोनों नेताओं ने आधी रात से सीज़फायर लागू करने पर सहमति दी है। इसके अगले दिन यानी मंगलवार को दोनों देशों की सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक भी तय की गई है।

इस बैठक में अमेरिका और चीन के राजदूत भी मौजूद थे। मलेशिया के प्रधानमंत्री ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के नेताओं ने भी इस शांति प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई है। हुन मानेत ने ट्रंप की “निर्णायक भूमिका” की तारीफ की और उम्मीद जताई कि यह समझौता दोनों देशों के बीच भरोसे को फिर से बनाने में मदद करेगा।

थाईलैंड की तरफ से पहले कंबोडिया की मंशा पर शक जताया गया था, लेकिन अब कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह युद्धविराम “ईमानदारी से लागू किया जाएगा”।

हालांकि, बैठक शुरू होने से ठीक पहले भी सीमा पर गोलाबारी की खबरें आई थीं। थाईलैंड की सुरिन प्रांत से रिपोर्ट कर रहे पत्रकार टोनी चेंग ने बताया कि स्थानीय लोग शांति की इस खबर से राहत महसूस कर रहे हैं, क्योंकि कई लोगों को हफ्तों से अपने घर छोड़कर शरण लेनी पड़ी थी।

लेकिन हालात अब भी पूरी तरह शांत नहीं हुए हैं। थाई सेना ने बताया कि सोमवार तड़के सीमा पर गोलीबारी हुई और एक व्यक्ति की मौत हो गई। कंबोडिया के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि थाई सेना ने उनके क्षेत्र में भारी हथियारों से हमला किया, जबकि थाईलैंड का आरोप है कि कंबोडियाई सैनिक विवादित मंदिरों में छिपे हुए हैं और लगातार रॉकेट दाग रहे हैं।

विवाद का केंद्र बनें कुछ पुराने मंदिर जैसे ता मुएन थॉम और ता क्वाई, जिन पर दोनों देशों का दावा है। इन इलाकों में लंबे समय से तनाव बना हुआ है, लेकिन हाल के दिनों में यह सीधा सैन्य संघर्ष में बदल गया।

अब देखना होगा कि यह सीज़फायर वास्तव में जमीन पर कितना असर करता है और क्या यह संघर्ष वाकई थमता है या फिर यह सिर्फ एक अस्थायी विराम बनकर रह जाएगा।