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तीन वर्षीय बालक के अपहरण की सूचना पर मची अफरा – तफरी, एक घंटे बाद पास की दुकान पर बालक के सुरक्षित मिलने पर ली राहत की सांस

पिता ने बच्चे को दुकान पर खड़ा कर की खरीददारी, कुछ देर बाद नहीं मिला तो फूले हाथ-पांव

सब हैडिंग : पिता ने बच्चे को दुकान पर खड़ा कर की खरीददारी, कुछ देर बाद नहीं मिला तो फूले हाथ-पांव

बस्सी @ पत्रिका. शहर के मुख्य बस स्टैण्ड क्षेत्र में सोमवार दोपहर को तीन वर्षीय बालक के अचानक लापता होने से बाजार में अफरा-तफरी मच गई। कुछ देर के लिए यह चर्चा फैल गई कि किसी ने बालक का अपहरण कर लिया है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बालक की तलाश शुरू की। करीब एक घंटे बाद जब बालक एक दुकान पर सुरक्षित मिला तो सबने राहत की सांस ली।

जानकारी के अनुसार दूधली निवासी मुरली मनोहर मीना अपने तीन वर्षीय पुत्र देवेंद्र मीना के साथ बाजार में खरीददारी करने आया था। मुख्य बस स्टैण्ड पर पहुंचने पर उसने बेटे को एक दुकान के आगे खड़ा कर दिया और पास की दुकान में सामान लेने चला गया। कुछ देर बाद लौटने पर बालक वहां नहीं मिला, तो उसने आसपास तलाश की, पर कोई सुराग नहीं लगा।

थोड़ी ही देर में बाजार में अफवाह फैल गई कि किसी ने बालक का अपहरण कर लिया है। इसी दौरान सूचना मिलने पर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने आसपास दुकानों पर पूछताछ की तो पास ही एक दुकानदार ने बताया कि बालक रोते हुए उसकी दुकान के सामने आया था, जिसे उसने सुरक्षित अपनी दुकान में बिठा लिया ताकि परिजन या पुलिस आने पर उसे सौंप सके।

बालक के मिलते ही पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस ने पिता को लापरवाही के लिए समझाइश की और बच्चे की मां को थाने बुलाया। बाद में कागजी कार्रवाई पूरी कर बालक को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया।

बाजार में मौजूद लोगों ने राहत जताते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं लोगों के लिए सबक हैं कि बच्चों को अकेला छोड़ना खतरनाक साबित हो सकता है। पुलिस ने भी लोगों से अपील की है कि छोटे बच्चों पर हर समय नजर रखें और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर उन्हें अकेला न छोड़ें। ( कासं / निसं )