बस्सी @ पत्रिका. दीपोत्सव के त्योहार के पहले दिन शनिवार को धनतेरस पर जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के बस्सी, चाकसू और जमवारामगढ़, कोटखावदा, तूंगा, कानोता के बाजारों में इस बार उम्मीद से भी ज्यादा कारोबार देखा गया। जीएसटी में कुछ श्रेणियों पर हुई कटौती और बेहतर मानसून से आमदनी बढ़ने से बाजारों में रौनक देखने का मिली। बाजारों में सुबह से दुकानों को सजा दिया और ग्राहकों का भी सामान खरीदने के लिए आना शुरू हो गया। इधर बाजारों में जमकारभीड़उमड़ने के बाद भी बाजारों में पुलिस के सुरक्षा बंदोबस्त नहीं देखे गए।
जबकि बाजारों में भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन को जगह – जगह पुलिसकर्मी भी तैनात करने चाहिए। अब दीपोत्सव के पांच दिन तक बाजारों में इी प्रकार भीड़ रहेगी। ऐेसे में इन बाजारों में पुलिस को सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। ( कासं )
बर्तन बाजार में थाली-लोटों की खनक
इन शहरों एवं कस्बों के मुख्य बाजारों में बर्तन व्यापारियों के यहां सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी। पारंपरिक पीतल, स्टील और चांदी मढ़ित बर्तनों की मांग सबसे ज्यादा रही। दुकानदारों ने बताया कि इस बार बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 25 से 30 प्रतिशत कारोबार अधिक है।
सोना-चांदी में दाम ऊंचे, फिर भी भीड़ भारी
धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना भी शुभ माना जाता है, इसलिए दाम बढ़ने के बावजूद ग्राहकों की भीड़ रही। चाकसू और जमवारामगढ़ के सर्राफा बाजारों में शनिवार देर रात तक भी खरीदारी का दौर चलता रहा। सोना – चांदी महंगी होने के बाद भी लोगों ने जमकर छोटे-छोटे सिक्के, ब्रेसलेट और चांदी के बर्तनों की बिक्री खूब हुई। व्यापारी एसोसिएशन संघ अध्यक्ष विनय डंगायच ने बताया कि बताया कि “बेहतर फसल, जीएसटी में कटौती से बाजार में बूम आया है।
फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक बाजार में रिकॉर्ड बिक्री…
धनतेरस पर गृहसज्जा और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की खरीदारी भी खूब हुई। बस्सी और चाकसू के शो-रूम में एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन और स्मार्ट टीवी की बिक्री दोगुनी रही। जीएसटी में इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं पर मिली राहत**** ने ग्राहकों को राहत** दी है। फर्नीचर बाजार में भी सोफा सेट, सेंटर टेबल, और डाइनिंग सेट की मांग बढ़ी। स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक, इस बार “मांग इतनी रही कि कई आइटम्स की बुकिंग एडवांस करनी पड़ी।” **
बस्सी के कपड़ामार्केटट में हुई जमकर खरीदादारी….
बस्सी शहर के कपड़ा बाजार में महिलाओं और युवाओं की सबसे ज्यादा भीड़ रही। यहां पर अधिकांश ग्राहक ग्रामीण महिलाएं ही देखी गई। ग्रामीण महिलाएं घाघरा – लूगड़ी खरीदती नजर आई। कपड़ों की दुकानों पर युवा व बालक भी खूब कपड़े खरीदते नजर आए।
ग्रामीण इलाकों से भी उमड़ा जनसैलाब
धनतेरस पर बस्सी, चाकसू और जमवारामगढ़ कस्बों में आसपास के गांवों से हजारों लोग खरीदारी करने पहुंचे। बाजारों में जाम जैसे हालात देखने को मिले। शहर में मुख्य बस स्टैण्ड, गौर बाजार, सर्राफा मार्केट आदि में भारी भीड़ देखने को मिली। ( कासं )
इस बार की धनतेरस में इसलिएक्यों बढ़ी रौनक…
– जीएसटी में कटौती से घरेलू वस्तुओं पर दाम घटे।
– बेहतर मानसून से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत ।
– सरकारी वेतन और बोनस वितरण का रहा असर ।
– विवाह सीजन की शुरुआत से भी बढ़ी मांग।