बस्सी . रबी फसलों की तैयारी के बीच गुरुवार को डीएपी खाद की खरीद खरीदने के लिए किसानों की लम्बी कतार लग गई। बस्सी क्रय-विक्रय सहकारी समिति पर सुबह-सुबह ही किसानों की लंबी कतार लग गईं। कई किसान तो सुबह से ही वाहन लेकर सहकारी समिति पर पहुंच गए ताकि उन्हें समय पर खाद मिल सके।
जैसे ही केंद्र पर डीएपी खाद की बिक्री शुरू हुई, दोपहर बाद पूरा स्टॉक खत्म हो गया। किसानों ने बताया कि उन्हें डर था कि देर होने पर खाद खत्म हो जाए, इसलिए वे सुबह से लाइन में लग गए। डीएपी की भारी मांग के चलते सहकारी समिति किसानों की भारी भीड़उमड़ पड़ी। कुछ किसानों को खाद न मिलने से निराशा हाथ लगी।
सहायक कृषि अधिकारी मुरारीलाल मीना ने बताया कि बस्सी क्रय-विक्रय सहकारी समिति में गुरुवार को 500 बोरी डीएपी खाद की आपूर्ति हुई थी, किसानों की संख्या अधिक होने से दोपहर बाद ही पूरा स्टॉक खत्म हो गया।
किसानों का कहना है कि रबी सीजन के लिए चना व सरसों की बुवाई के लिए डीएपी खाद फसलों के लिए सबसे जरूरी होती है, इसलिए हर किसान इसकी समय पर उपलब्धता चाहता है।
डीएपी की इतनी तेज़ मांग और किसानों की लंबी कतारों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कृषि सीजन में खाद वितरण की व्यवस्था कितनी महत्वपूर्ण है और इसकी समय पर आपूर्ति किसानों की उम्मीदों का आधार बनती है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बस्सी में 400 बोरी क्रय विक्रय सहकारी समिति एवं इतना ही ग्राम सेवा सहकारी समिति पर आया था। इधर ग्राम सेवा सहकारी समितियों में से अधिकांश में डीएपी की आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीण इलाकों से किसान डीएपी लेने आ गए। (कासं )