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सब्जियां महंगी, पोषाहार में घटी सेहत की मात्रा

-पोषाहार का बजट नकाफी चौमूं. पिछले सप्ताह तक लगातार बारिश का दौर जारी रहने से सब्जियों के उत्पादन में गिरावट तो कई सब्जियां मंडी से गायब हो चुकी है। स्थिति यह हो रही है कि हरी सब्जियों के एकाएक बढ़े दामों से आमजन की रसोई का बजट ही नहीं गड़बड़ा रहा है। बल्कि अब बच्चों […]

बगरू

Kailash Barala

Jul 24, 2025

-पोषाहार का बजट नकाफी

चौमूं.

पिछले सप्ताह तक लगातार बारिश का दौर जारी रहने से सब्जियों के उत्पादन में गिरावट तो कई सब्जियां मंडी से गायब हो चुकी है। स्थिति यह हो रही है कि हरी सब्जियों के एकाएक बढ़े दामों से आमजन की रसोई का बजट ही नहीं गड़बड़ा रहा है। बल्कि अब बच्चों को दोपहर में कराए जाने वाले भोजन की थाली से भी हरी सब्जियां गायब होती दिख रही है। बढ़ी महंगाई की स्थिति में बच्चों को तय मापदंड के अनुसार हरी सब्जी खिलाना मुश्किल हो रहा है। यहां गोविंदगढ़ ब्लॉक में कक्षा 1 से 8वीं तक 12 हजार 702 विद्यार्थी नामांकित है।

जानकारी के अनुसार स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रहे और पढाई में उनका मन लगा रहे। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों में बच्चों को प्रति दिवस अलग-अलग मेनू के साथ दोपहर का भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है, लेकिन पिछले एक सप्ताह से उत्पादन में गिरावट से महंगाई के चलते बच्चों को भोजन में हरी सब्जी परसोने की व्यवस्था गड़बड़ा रही है। विभाग से मिल रहे बजट की तुलना में सब्जियां महंगी है। हालांकि पिछले दिनों जरूर बजट में वृद्धि की है। पोषाहार सामग्री के लिए कक्षा 1 से 5 तक के 6.78 रुपए व कक्षा 6 से 8 तक 10.17 रुपए प्रति छात्र भुगतान का प्रावधान किया है। जिससे तेल, दाल, मिर्च-मसाला व गैस सलेंडर आदि शामिल है। इसी राशि में से प्रति छात्र 50 पैसे प्रति दिन के हिसाब से साप्ताहिक फल भी दिया जाता है। ऐसे में वर्तमान महंगाई के चलते यह राशि नाकाफी है। इधर, पोषाहार पकाने वाली कूक कम हेल्पर का मानदेय भी करीब तीन-चार माह का बकाया चल रहा है।(कासं.)

महंगाई के सामने बजट नाकाफी

आसमां छू रहे भावों की वजह से पोषाहार प्रभारियों के सामने सब्जी खरीदने का संकट खड़ा होता नजर आ रहा है। चौमूं खादी बाग स्कूल के पोषाहार प्रभारी सागरमल सहित कई प्रभारियों ने बताया मंडी में सब्जी महंगी है। जिससे खरीद मुश्किल हो रही है। सोमवार और शनिवार को बच्चों को भोजन में हरी सब्जी देना शामिल है।

ये हैं सप्ताह का पोषाहर चार्ट

शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार से शनिवार तक अलग-अलग प्रकार का मेनू निर्धारित किया हुआ है, जिसके तहत सोमवार को रोटी सब्जी, मंगलवार को दाल व चावल, बुधवार को दाल-रोटी, गुरुवार को खिचड़ी एवं फल, शुक्रवार को दाल-रोटी और शनिवार को रोटी सब्जी भोजन में देना तय है। ऐसे में सप्ताह में 2 दिन बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए प्रोटीन व विटामिन युक्त हरी सब्जियां आवश्यक है।

फैक्ट फाइल

प्राथमिक 73

उ‘च प्राथमिक 71

महात्मा गांधी विद्यालय 56

उ‘च माध्यमिक 57

कक्षा एक से आठ तक नामांकन 12 हजार 702

छाल डालकर आलू की सब्जी…

नाम नहीं छापने की शर्त पर एक पोषाहार प्रभारी ने बताया कि सब्जी महंगी होने से सप्ताह में दो बार दी जाने वाली हरी सब्जी के स्थान पर आलू छोले, छाछ डालकर आलू की सब्जी दी जा रही है। दाल में भी मिर्च मसाला कम ही उपयोग में लिया जा रहा है। दाल के भाव भी बढे हैं। इससे दाल की मात्रा भी कर दी गई है।

यह है सब्जियों के भाव

(खुदरा भाव, किलोग्राम में )

टमाटर: 50-60 रुपए

पालक 50 से 55 रुपए

भिंडी 40 से 45 रुपए

मिर्ची 80 से 85 रुपए

पत्ता गोभी 40 से 45 रुपए

धनिया: 80-90 रुपए

अदरक: 80-90

इनका कहना है

हां, सब्जियों के भाव बढ़े है। मंहगाई की वजह से परेशानी आ रही है। हालांकि पिछले साल राशि में वृद्धि भी हुई है। बच्चों को तय मापदंड के अनुसार पोषाहर दिए जाने का प्रयास है। कृपानिधि त्रिवेदी, सीबीईओ, गोविंदगढ़।