सीबीएसई परीक्षा:नियमित पढाई से नहीं किया समझौता
चौमूं. सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा का परीक्षा परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिया है। जयपुर रोड पर बसे राजावास में रहने वाली झुंझुनूं निवासी अनामिका ओला के देश सेवा कर रहे पिता को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद दोहरी खुशी मिली है। अनामिका ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में 99.40 अंक हासिल कर परचम लहराया है। छात्रा ओला के पिता प्यारेलाल ओला आर्मी में सूरतगढ़ में नियुक्त है। मां मंजू देवी गृहिणी है। छात्रा ने बताया कि उसने राजावास स्थित एनके पब्लिक स्कूल में पढाई की है। उसका आईएएस बनने का सपना है। उन्होंने बताया कि नियमित पढाई से कभी समझौता नहीं किया। पिछले सालों के पेपर हल करने के साथ ही तकरीबन 8 से 9 घंटे तक पढ़ाई की। उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करनी होती है। वह अन्य छात्र-छात्राओं को नियमित पढाई के साथ समझौता नहीं करने और लगातार पढ़ाई पर फोकस करने का संदेश दिया है।(कासं.)
विकट परिस्थिति, फिर भी लहराया परचम
खाटूश्याम हाल जयपुर रोड राजावास निवासी अक्षिता भामू ने भी 12वीं बोर्ड परीक्षा में 98.20 अंक हासिल कर परचम लहराया है। पिता मनोज कुमार राजस्थान पुलिस में थे, लेकिन उनका तीन साल पहले निधन हो गया था। इसके बावजूद छात्रा अक्षिता ने विकट परिस्थितियों में हार नहीं मानी और पढाई करते हुए 98.20 अंक हासिल करने में सफल रही। छात्रा अक्षिता अन्य छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है। छात्रा ने बताया कि मां सुशिला देवी गृहणी है। वह भी राजावास की एनके पब्लिक स्कूल की नियमित छात्रा है। उन्होंने पढाई के लिए मोबाइल और यूट्यूब जैसे संसाधनों का भी संतुलित इस्तेमाल किया है। 9 घंटे पढाई करने के साथ पुराने पेपरों को हल करने से भी काफी हद तक फायदा मिला है। छात्रा भामू ने आईपीएस बनने का सपना बताया है।
समय प्रबंधन और संतुलित दिनचर्या से पाई सफलता
12वीं में 98.20 अंक हासिल करने वाले हाडौता निवासी सेंट एसलम स्कूल की छात्रा आर्या शर्मा ने बताया कि उसने पढाई करने के दौरान आत्मविश्वास बनाए रखा। समय प्रबंधन की सारिणी बनाई और उसके हिसाब से नियमित 10 घंटे पढाई की। उसके पिता सिविल इंजीनियर है। मां रमा देवी गृहणी है। उसने बताया कि वह आगे यूपीएससी की तैयारी करेगी।
पिछले पेपर हल किए, रिवीजन पर रखा जोर
इटावा भोपजी निवासी एवं विद्याग्राम इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा भावना नाथावत ने 12वीं की परीक्षा में 98.80 अंक हासिल किए है। पिता गिरवर सिंह नाथवात खेती और मां संजना गृहणी है। छात्रा ने बताया कि डाउट को ऑनलाइन समाधान करने के साथ ही गुरुजनों का सहयोग लिया। 7-8 घंटे नियमित पढाई पर ही फोकस रखा है। सुबह-शाम को वह नियमित आधा घंटे के लिए भ्रमण भी करती है। पिछले पेपरों को हल और बार-बार रिजीवन पर भी फोकस किया है।