एक दर्जन से अधिक युवतियों ने भी कराया पंजीयन
-आपदा से निपटने को लेकर प्रशासन भी रहा अलर्ट
चौमूं.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव के मध्यनजर शनिवार को जहां प्रशासन आपदा से निपटने को लेकर अलर्ट नजर आया। वहीं युवाओं में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा और आपातकालीन स्थिति से निपटने को लेकर जोश देखने को मिला। थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा के आपातकालीन स्थिति में स्वे‘छा से रक्तदान करने के एक आह्वान पर शनिवार को सैकड़ों युवा पंजीकरण कराने के लिए पहुंच गए। इनमें एक दर्जन से अधिक तो युवतियां भी शामिल रही। शाम तक तकरीबन 400 से अधिक युवाओं ने पंजीकरण कराया। युवाओं में पंजीकरण एवं रक्त गु्रप की जांच कराने के दौरान जोश देखते ही बन रहा था। यहां थाने में शाम को करीब 6 बजे से पंजीकरण काम शुरू किया तो धीरे-धीरे युवाओं की टोलियां पहुंचनी शुरू हो गई। देर शाम तक युवाओं ने रक्तदान के लिए पंजीकरण कराने के साथ ही अपने रक्त ग्रुप की भी जांच करवाई। हालांकि देर शाम को युद्ध विराम की सहमति हो गई है। थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि आपातकालीन स्थिति से निपटने के तहत स्वे‘छा से रक्तदान करने को लेकर युवाओं से आह्वान किया गया था। ताकि जरूरत पडऩे पर रक्त की कमी नहीं आए। थाने मेें तकरीबन 400 से पंजीकरण कराने कराए गए है। युवा अनुराग शर्मा ने कहा कि चौमूं का हर युवा आपातकालीन स्थिति में प्रशासन के साथ खड़ा है। एडवोकेट कमल भातरा व प्रेमसिंह सोलंकी ने थाना प्रभारी के पहली की सराहना की। मेडिकल टीम के साथ राजेश बारी भी मौजूद रहे। इस दौरान थाने के पुलिसकर्मियों ने पंजीकरण कराया। (कासं.)
दिनभर चला बैठकों का दौर
इधर, एसडीएम कार्यालय में आपदा से निपटने एवं बचाव, जागरुकता को लेकर दिनभर अधिकारियों की बैठकों का दौर जारी रहा। बैठक मेंं एसडीएम दिलीप सिंह ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों सहित पुलिस प्रशासन की बैठक लेकर सुरक्षा की दृष्टि से संसाधनों के इंतजाम किए जाने को लेकर निर्देश दिए। साथ ही सोशल मीडिया पर देश के विरुद्ध भडक़ाऊ पोस्ट किए जाने पर कार्रवाई करने के लिए भी कहा। इसके बाद व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की भी बैठक ली। उन्हें सोशल मीडिया गु्रपों में कोई भी भ्रामक सूचना प्रसारित नहीं करने को लेकर आमजन को जागरुक करने का आह्वान किया।
भंडारण एवं कालाबारी नहीं करने पर रहा जोर
एसडीएम ने सुबह बैठक में कहा कि आपात स्थिति में तय सीमा से अधिक भण्डारण नहीं करें और कालाबाजारी पर नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की गाइड लाइन की पलना भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने अधिकारियों से किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने को लेकर जेसीबी, हाइड्रा क्रेन, ट्रेक्टर, पिकअप की सूचना संकलित करने के साथ ही आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता पर जोर दिया। ब्लड बैंकों में रक्त की उपलब्धता और अस्पतालों में सभी प्रकार की आवश्यक जीवन रक्षक दवाईयां उपलब्ध रखने को कहा।