(पंचांग – रविवार, 10 अगस्त, 2025)
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 15 सफ़र
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ऋतु
मास – भाद्रपद प्रारम्भ
पक्ष – कृष्ण प्रारम्भ
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज दिन में चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 7:38 से 12:32 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 2:10 से 3:48 तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – प्रतिपदा तिथि दिन 12:10 तक होगी तदुपरान्त द्वितीया तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 4:30 से 6:00 तक
नक्षत्र – धनिष्ठा नक्षत्र दिन 1:53 तक होगा तदुपरान्त शतभिषा नक्षत्र होगा।
योग – शोभन योग रात्रि 12:02 तक रहेगा तदुपरान्त अतिगंड योग रहेगा।
करण – कौलव करण दिन 12:10 तक तदुपरान्त तैतिल करण रहेगा।
विशिष्ट योग – , द्विपुष्कर व राजयोग दिन 12:10 से दिन 1:53 तक,
व्रत / दिवस विशेष – पंचक, गोगा मेड़ी मेला प्रारंभ हनुमानगढ़ (राज.), अशून्य शयन व्रत
चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि कुम्भ राशि में होगा।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि कुम्भ होगी। आज दिन 1:53 तक धनिष्ठा नक्षत्र होगा तदुपरान्त शतभिषा नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का ताम्र पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर गु, गे, गो, सा, सी पर रखे जा सकते हैं।
कुम्भ का स्वामी भी शानि हैं। इनका स्वभाव दयावान, निस्वार्थ, स्वतंत्रताप्रिय, कल्पना शील और देश-विदेश घूमने के शौकीन होते हैं। ये लोग सेल्समेन, वकील व जज होते हैं। ये जातक उच्चाधिकारी, उच्चपदासीन, क्रय-विक्रय, प्रोफेसर, जज-वकील, उच्चपदवी या धनी व्यापारी होते हैं। ये जातक बुद्धिमान, साधन-सम्पन्न, तीव्र स्मरण-शक्ति एवं गंभीर प्रकृति वाले होते हैं।
ये जातक दुसरो के प्रति दयाभाव रखने वाला, परोपकारी एवं निस्वार्थ भाव से सेवा करने में तत्प्रर होते हैं। ये जातक स्वाभिमानी, स्वतंत्रताप्रिय एवं नए-नए मित्र बनाने में भी पीछे नहीं हटते। जातक उद्योगी, उधमी, परिश्रमी और इनमें प्रबन्धात्मक योग्यता विशेष होती हैं
पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्