(आज का पंचांग – रविवार, 17 अगस्त, 2025)
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 22 सफ़र
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ऋतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज दिन में चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 7:40 से 12:31 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 2:08 से 3:45 तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – नवमी तिथि रात्रि 7:25 तक होगी तदुपरान्त दशमी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 4:30 से 6:00 तक
नक्षत्र – रोहिणी नक्षत्र प्रातः 3:18 तक होगा तदुपरान्त मृगशिरा नक्षत्र होगा।
योग – व्याघात योग रात्रि 1:40 तक रहेगा तदुपरान्त हर्षण योग रहेगा।
करण – तैतिल करण दिन 8:30 तक तदुपरान्त गर करण रहेगा।
विशिष्ट योग – ज्वालामुखी योग सायं 7:25 तक
व्रत / दिवस विशेष – गोगा नवमी, नन्द महोत्सव, मुख्य मेला गोगा मेड़ी हनुमानगढ (राज.), संक्राति पुण्यकाल पूर्वाह्न में, बाबा मालकेत (लोहार्गल) 24 कोस की परिक्रमा प्रारम्भ (राज.), रोहिणी ब्रत (जैन), मनसा पूज़ा समाप्त (बं.),
चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि वृष राशि में होगा।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि वृष होगी। आज प्रातः 3.18 तक रोहिणी नक्षत्र होगा तदुपरान्त मृगशिरा नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का स्वर्ण पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर ओ, वा, वी, वु, वे पर रखे जा सकते हैं।
वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं. वृष राशि में जन्मे बच्चे सौम्य स्वभाव, सहनशील, धैर्यवान, शीतल स्वभाव वाले, कलात्मक, रसिक प्रवृत्ति वाले, तेजस्वी, संघर्षशील, हठी, स्वाभिमानी, दयालु, कृतज्ञ, माता पिता व गुरु भक्त, आकर्षक, ऐश्वर्य युक्त, आभूषण आदि अलंकरण प्रिय होते हैं। ये व्यक्ति तेजस्वी, संघर्षशील, स्वाभिमानी, श्रेष्ट मित्रों से युक्त, माता-पिता तथा गुरु के भक्त होते हैं। ये लोग सुखमय तथा अधिकार पूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं।
पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्