🌟(आज का पंचांग – शनिवार, 11 अक्टूबर, 2025)🌟
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 18 रवि उलसानी
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद् ऋतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज शुभ का चौघड़िया 7:54 से 9:21 तक रहेगा. चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः 12:14 से 4:33 तक रहेंगे. इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – पंचमी तिथि दिन 4:44 तक होगी तदुपरान्त षष्ठी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पूर्व दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 9:00 से 10:30 तक
नक्षत्र – रोहिणी नक्षत्र दिन 3:20 तक होगा तदुपरान्त मृगशिरा नक्षत्र होगा।
योग – व्यतिपात योग दिन 2:07 तक रहेगा तदुपरान्त वरियान योग रहेगा।
करण – तैतिल करण दिन 4:44 तक तदुपरान्त गर करण रहेगा।
विशिष्ट योग – सर्वार्थसिद्धि व अमृतसिद्धि योग सूर्योदय से प्रारम्भ होकर दिन 3:20 तक,
व्रत / दिवस विशेष – रोहिणी व्रत (जैन), व्यतिपात पुण्यं, लोकनायक जय प्रकाश नारायण जयंती
चन्द्रमा – आज रात्रि 2:24 तक वृष राशि में होगा तदुपरान्त मिथुन राशि में प्रवेश होगा।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज रात्रि 2:24 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि वृष होगी तदुपरान्त मिथुन राशि होगी। आज दिन 3:20 तक रोहिणी नक्षत्र होगा तदुपरान्त मृगशिरा नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का स्वर्ण पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर वी, वु, वे, वो, क पर रखे जा सकते हैं।
वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं. वृष राशि में जन्मे बच्चे सौम्य स्वभाव, सहनशील, धैर्यवान, शीतल स्वभाव वाले, कलात्मक, रसिक प्रवृत्ति वाले, तेजस्वी, संघर्षशील, हठी, स्वाभिमानी, दयालु, कृतज्ञ, माता पिता व गुरु भक्त, आकर्षक, ऐश्वर्य युक्त, आभूषण आदि अलंकरण प्रिय होते हैं. हैं। ये व्यक्ति तेजस्वी, संघर्षशील, स्वाभिमानी, श्रेष्ट मित्रों से युक्त, माता-पिता तथा गुरु के भक्त होते हैं।
✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्