🌟(आज का पंचांग – शुक्रवार, 10 अक्टूबर, 2025)🌟
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 17 रवि उलसानी
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद् ऋतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 10:47 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 12:14 से 1:41 तक रहेगा। चर का चौघड़िया 4:34 से सूर्यास्त तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – चतुर्थी तिथि रात्रि 7:39 तक होगी तदुपरान्त पंचमी तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 10:30 से 12:00 तक रहेगा।
नक्षत्र – कृत्तिका नक्षत्र सायं 5:31 तक होगा तदुपरान्त रोहिणी नक्षत्र होगा।
योग – सिद्धि योग सायं 5:41 तक रहेगा तदुपरान्त व्यतिपात योग रहेगा।
करण – बव करण दिन 9:17 तक तदुपरान्त बालव करण रहेगा।
विशिष्ट योग – यमघंट योग सायं 5:31 से सूर्योदय तक, कुमारयोग रात्रि 7:39 से सूर्योदय तक,
व्रत / दिवस विशेष – करवा (करक) चौथ व्रत, चंद्रोदय जयपुर में रात्रि 8:25 पर, दशरथ चतुर्थी,
चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि वृष राशि में होगा।
ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – सूर्य का चित्रा नक्षत्र में प्रवेश रात्रि 8:12 पर
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि वृष होगी। आज सायं 5:31 तक कृत्तिका नक्षत्र होगा तदुपरान्त रोहिणी नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का स्वर्ण पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर इ, उ, ए, ओ, वा, वी पर रखे जा सकते हैं।
वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं। वृष राशि में जन्मे बच्चे सौम्य स्वभाव, सहनशील, धैर्यवान, शीतल स्वभाव वाले, कलात्मक, रसिक प्रवृत्ति वाले, तेजस्वी, संघर्षशील, हठी, स्वाभिमानी, दयालु, कृतज्ञ, माता पिता व गुरु भक्त, आकर्षक, ऐश्वर्य युक्त, आभूषण आदि अलंकरण प्रिय होते हैं। ये व्यक्ति तेजस्वी, संघर्षशील, स्वाभिमानी, श्रेष्ट मित्रों से युक्त, माता-पिता तथा गुरु के भक्त होते हैं।
✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्