
सांकेतिक फोटो जेनरेट AI
धर्मनगरी वाराणसी एक बार फिर दीपों की अद्भुत आभा में नहाने को तैयार है। 5 नवंबर को देव दीपावली के अवसर पर गंगा तटों पर भक्ति, श्रद्धा और देशभक्ति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। कार्तिक पूर्णिमा की संध्या जैसे ही ढलेगी। वैसे ही काशी के घाट असंख्य दीपों की सुनहरी रोशनी से जगमगाने लगेंगे। इस दिव्य अवसर पर दशाश्वमेध घाट पर होने वाली भव्य गंगा आरती इस बार देश के वीर सपूतों को समर्पित रहेगी।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र के अनुसार, आरती के पहले घाट पर ‘अमर जवान ज्योति’ प्रज्ज्वलित की जाएगी। अमर शहीदों की स्मृति में विशेष रूप से ‘इंडिया गेट’ का प्रतिरूप बनाया जाएगा। सेना, आरपीएफ और एनडीआरएफ के जवान इस दौरान देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। घाट की सजावट इस वर्ष पहले से भी अधिक भव्य होगी। पूरे दशाश्वमेध घाट को लगभग 21 क्विंटल देसी और विदेशी फूलों से सजाया जाएगा।
महाआरती में 21 बटुक वेद मंत्रों के साथ मां गंगा की आराधना करेंगे। वहीं 42 कन्याएं रिद्धि-सिद्धि के प्रतीक के रूप में मौजूद रहेंगी। आरती से पहले गंगा पूजन का भी आयोजन होगा। घाट और आसपास के भवनों को आकर्षक लाइटिंग से सजाया जाएगा। ताकि पूरा क्षेत्र दिव्य आभा से आलोकित हो उठे। देश-विदेश में बैठे श्रद्धालुओं के लिए इस बार ऑनलाइन आरती की विशेष व्यवस्था की गई है। गंगा सेवा निधि के यूट्यूब चैनल पर भक्त महाआरती का सीधा प्रसारण देख सकेंगे।
देव दीपावली के दौरान गंगा के दोनों तटों पर करीब 25 लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। साथ ही चेतसिंह घाट पर लेजर शो और आतिशबाजी का आयोजन भी होगा। जो इस पावन पर्व की शोभा में चार चांद लगाएगा।
पंचांग के अनुसार, कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 4 नवंबर की रात 10:36 बजे से आरंभ होकर 5 नवंबर शाम 6:48 बजे तक रहेगी। गंगा आरती का शुभ मुहूर्त शाम 5:15 से 7:50 बजे तक निर्धारित है। इस दौरान काशी का हर घाट, हर दीप और हर मन भक्ति, श्रद्धा और देशप्रेम की रोशनी में नहाएगा। यह नजारा सच में अद्वितीय होगा।
Updated on:
03 Nov 2025 01:25 pm
Published on:
03 Nov 2025 01:20 pm
बड़ी खबरें
View Allवाराणसी
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग

