
फिर बदलेगा मौसम का मिजाज (फोटो- पत्रिका)
उदयपुर: मौसमी बदलाव के अलर्ट के मुताबिक उदयपुर सहित प्रदेश में कई जगहों पर बिन मौसम बरसात शुरू हुई। रविवार रात तीन बजे से शुरू हुआ बरसात का क्रम सोमवार को दिनभर जारी रहा।
आफत भरी बरसात से शहर में सड़कें और गांवों में खेत जलमग्न हो गए। नतीजा ये कि जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया। ये बरसात खेतों में कटी पड़ी फसल खराब होने की वजह बन गई है।
बदले मौसम में बरसात के बाद दिन के पारे में भारी गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री और न्यूनतम 20.6 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले रविवार को अधिकतम 29 और न्यूनतम 18 डिग्री रहा था। सोमवार को दिन-रात का पारा एक जैसा रहा। अब रात को ठंड तेजी से बढ़ेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठे चक्रवातों की वजह से उदयपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब तीव्र होकर चक्रवाती तूफान मोंथा बन गया है। इससे शुरू हुई बरसात का क्रम मंगलवार को भी जारी रहने के आसार है।
मौसमी बदलाव का असर तेज होकर चक्रवाती तूफान तेज होने की आशंका है। एक और अवदाब मध्य-पूर्वी अरब सागर में मौजूद है और एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है।
मौसम विभाग ने मंगलवार को भी उदयपुर सहित कोटा, अजमेर, जोधपुर, जयपुर, भरतपुर संभाग में बरसात होने के आसार है। बुधवार को इस क्रम में कमी आना संभव है। इसके बाद उदयपुर सहित प्रदेश के दक्षिणी भागों में नवंबर के प्रथम सप्ताह में भी हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
सोमवार सुबह तक शहर में 1 मिमी, डबोक में 23.2, बडग़ांव में 7, गोगुंदा में 2, मावली में 12, खेरवाड़ा में 2, कुराबड़ में 19, घासा में 17, मिमी बरसात हुई। सोमवार शाम तक शहर में 9, डबोक में 26.6, मदार में 8, नाई में 13 और अलसीगढ़ में 10 मिमी बरसात दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अक्टूबर अंत में बरसात पहली बार हो रही है।
मानसून बीतने के बाद भी झीलों में चल रही आवक से आयड़ नदी के मार्फत उदयसागर झील में पानी पहुंच रहा है। इसी बीच फिर बरसात होने से उदयसागर में आवक बढ़ गई है। ऐसे में एक बार फिर उदयसागर झील के दोनों गेट 6-6 इंच तक खोले गए हैं। यहां से पानी वल्लभनगर बांध में तेजी से जाने लगा है।
जिले में अधिकांश जगहों पर लगातार बरसात के चलते खेतों में पानी भर गया है। इन दिनों मक्का और ज्वार की फसलें कटी पड़ी है। बरसात की वजह से फसलें भीग गई, जिससे उत्पाद की गुणवत्ता प्रभावित होने का संकट हो गया है। इससे किसानों में गहरी मायूसी छा गई, वहीं अगली फसल भी प्रभावित होगी।
उदयपुर शहर के साथ ही झीलों के कैचमेंट एरिया में तेज बारिश हुई है। ऐसे में जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन एक बार फिर अलर्ट हो गया है। तेज बरसात से झीलों में फिर आवक तेज होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। मानसून के एक बाद बाद भी झीलों में आवक का क्रम जारी है।
Published on:
28 Oct 2025 02:11 pm
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