सुनने में हैरानी और उत्सुकता जरूर होगी कि आखिर वह कौन है।तो हम बता देते हैं कि वह देवासुर संग्राम के समय हुए समुन्द्र मन्थन से निकला था और उसे देवताओं राजा इन्द्र अपने साथ स्वर्गलोक लेकर गए थे । द्वापर युग में भगवान कृष्ण के आदेश पर महाराजा पाण्डु के पुत्र धनुर्धारी अर्जुन उसे पृथ्वी पर लाये थे । अगर अब तक बात समझ में न आई हो तो हम उसका नाम भी बता देते है उसका नाम है "देववृक्ष पारिजात "।