लावारिस गाड़ी के साथ पुलिस। फोटो: पत्रिका
टोंक। पीपलू उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत कुरेड़ा में उस समय हड़कंप मच गया जब कुरेड़ी से पांसरोटिया जाने वाले रास्ते पर ग्रामीणों को खून से सने धारदार हथियार पड़े मिले। सूचना पर पहुंची पीपलू थाना पुलिस ने मौके से कुल्हाड़ी सहित कई धारदार हथियार जब्त किए और जांच शुरू कर दी है।
प्रथम दृष्टया मामला वन्यजीवों के शिकार से जुड़ा माना जा रहा है। हालांकि पुलिस किसी अन्य अपराध की संभावना से भी इंकार नहीं कर रही। मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब शनिवार रात मूंडिया से किशनपुरा जाने वाले कच्चे रास्ते पर एक संदिग्ध और लावारिस गाड़ी भी बरामद हुई।
पुलिस को आशंका है कि आरोपी वन्यजीवों का शिकार करने आए थे। लेकिन किसी के आने पर घबराकर फरार हो गए। इसी दौरान पुलिस मौके पर पहुंच गई और गाड़ी को जब्त कर थाने ले आई।
रविवार सुबह कुरेड़ी से पांसरोटिया मार्ग पर ग्रामीणों ने सड़क किनारे खून से सने कुल्हाड़ी और अन्य चार धारदार हथियार देखे तो इलाके में सनसनी फैल गई। साथ ही वहां मोबाइल फोन के कई पुर्जे भी बिखरे पड़े थे। ग्रामीण राकेश चौधरी को पता लगने पर उन्होंने पीपलू थाना प्रभारी को सूचना दी।
सूचना पर कांस्टेबल विष्णु और मुकेश मौके पर पहुंचे और हथियारों को जब्त किया। घटनास्थल पर बड़ी संया में ग्रामीण एकत्र हो गए। मौके पर लोकेश, विष्णु जांगिड़, रामजस जाट, आशाराम सहित कई लोग मौजूद रहे। ग्रामीणों ने बताया कि हथियारों पर खून के निशान साफ नजर आ रहे थे, जिससे लोगों में भय और जिज्ञासा दोनों बनी हुई है।
थाना प्रभारी देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कुरेड़ी-पांसरोटिया मार्ग पर मिले हथियार और जीप के मामले में जांच जारी है। प्रथम दृष्टया यह मामला वन्यजीवों के शिकार का प्रतीत हो रहा है। लेकिन यह भी संभव है कि आरोपी किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से घूम रहे हो। सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। ग्रामीणों में डर और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और आसपास के इलाकों में पूछताछ जारी है।
Published on:
20 Oct 2025 02:07 pm
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